संदेश

सितंबर 20, 2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पटना काॅलेज में बदाल है बाॅस्केट बाॅल का कोट

चित्र
पटना काॅलेज में बदाल है बाॅस्केट बाॅल का कोट रख रखाव के अभाव में टुट रहा है बाॅस्केट पोल, कोट में जमा है बारिश का पानी विद्या सागर पटना (एसएनबी)। खेल का दर्जा यहां भगवान जैसा है, खेल मैदान यहां शमसान जैसा है। जी हां पटना काॅलेज के बाॅस्केट बाॅल ग्राउंड का यही हाल है। कमेटी खिला़िडयों से गुलजार रहने वाला यह खेल मैदान आज सुना प़डा है। वर्षो पहले इस मैदान में काॅलेज के छात्रों को बाॅस्केट बाॅल खेलने का प्रशिक्षण दिया था। पटना काॅलेज ही नहीं पटना विश्वविद्यालय के दूसरे काॅलेज के छात्र भी यहां बाॅस्केट बाॅल का प्रशिक्षण लेते थे। छात्र-छात्राएं यहां बाॅस्केट बाॅल का अभ्यास करने प्रतिदिन आते थे। काॅलेज के कर्मचारी जीतू ने बताया कि वर्ष 2003-2004 के आसपास तक बाॅस्केट बाॅल ग्राउंड में छात्र खेलने आते थे। काॅलेज के पीटी छात्रों को इसका प्रशिक्षण देते थे। धिरे-धिरे बाॅस्केट बाॅल के तरफ से पीटी और छात्रों का ध्यान हट गया। काॅलेज की स्पो्ट्र्स कमेटी कराती थी खेलों का आयोजन काॅलेज में वर्षो पहले स्पो्टर्स कमेटी होती थी। जिसका सचिव छात्र होते थे। काॅलेज के ही सेंट्रल काॅमन