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जनवरी, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

my report in rashtriya sahara 20 jan 2015

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प्यार के बीच की हर दीवार गिराना चाहते थे भारतेंदु-सानिया

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GROUND REPORT: प्यार के बीच की हर दीवार गिराना चाहते थे भारतेंदु-सानिया पटना.  बिहार में मुजफ्फरपुर के सरैया प्रखंड के जिस अजीजपुर बलिहारा गांव  में रविवार को प्रेम प्रसंग को लेकर   एक समुदाय के लोगों ने दूसरे समुदाय की लगभग पूरी बस्‍ती फूंक दी थी  और चार लोगों की जान ले ली थी, वहां  अभी भी दहशत का माहौल  है। बताया जा रहा है कि बस्ती में आग लगाने के पहले उपद्रवियों ने महिलाओं से छेड़खानी और लूटपाट भी की थी। कई महिलाएं अपनी  आबरू बचाने जंगल में छिप गई थीं । वे अभी भी गांव लौटने के लिए तैयार नहीं हैं। मंगलवार को पुलिस हेडक्वार्टर से जारी आदेश के बाद सर्किल इंस्पेक्टर सुधाकर, थाना प्रभारी आशुतोष कुमार और आईओ संदीप कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया। वहीं, मृतक भारतेंदु के परिजनों को पांच लाख रुपए का चेक दिया गया है। दफनाने के लिए शव ले जाते लोग। इस हिंसा की जड़ सानिया परवीन और भारतेंदु का प्‍यार बताया जा रहा है। 8वीं में पढ़ने के दौरान ही सानिया परवीन और भारतेंदु के बीच दोस्ती हुई थी। ये दोस्ती कब प्यार में बदली, दोनों में से किसी को पता नहीं चला। इंटर में आते-आते दोनो

इस बार अरविन्द केजरीवाल और ‘आम आदमी पार्टी’ वाले ठेका मज़दूरों का मुद्दा क्यों नहीं उठा रहे हैं?

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इस बार अरविन्द केजरीवाल और ‘आम आदमी पार्टी’ वाले ठेका मज़दूरों का मुद्दा क्यों नहीं उठा रहे हैं? (क्योंकि दूध का जला छाछ भी फ़ूँक-फ़ूँक कर पीता है!) अन्तरा घोष दिल्ली में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो गयी है। 7 फ़रवरी को एक बार फिर जनता से कहा जायेगा कि भाजपा, आप और कांग्रेस में से किसी एक को चुन ले। भाजपा नरेन्द्र मोदी की मीडिया-पोषित लहर और साम्प्रदायिक तनाव की नाव पर सवारी करते हुए सत्ता में पहुँचना चाहती है। लेकिन नरेन्द्र मोदी की सात माह पुरानी सरकार ने जिस नंगई और बेशर्मी के साथ देश की बड़ी-बड़ी कम्पनियों के मालिकों का पायबोस और सिजदा किया है, उससे जनता के भी अच्छे-ख़ासे हिस्से में उसकी लोकप्रियता में भारी कमी आयी है। मोदी लहर कुछ राज्यों में भाजपा की जीत तक क़ायम रही और वह भी इसलिए कि उन राज्यों में कांग्रेस की सरकार कई कार्यकाल पूरे करके अपने शरीर पर बचा आखि़री सूत का धागा भी फेंक चुकी थी। लेकिन दिल्ली का चुनाव आते-आते साफ़ दिख रहा है कि मोदी की लहर अब नगर निगम के नाले की ‘छप-छप’ में बदल गयी है! कांग्रेस और भाजपा अम्बानियों, अदानियों, टाटाओं, ज़िन्दलों, मित्तलों क

my artical in dastak duniya ranchi

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सरकारी सहायता पाने के लिए सभी विश्वविद्यालयों को लेनी होगी नैक से मान्यता

सरकारी सहायता पाने के लिए सभी विश्वविद्यालयों को लेनी होगी नैक से मान्यता नैक के अनिवार्यता से सूबे के सैंकड़ों काॅलेजों की रूक सकती हैं फंडिंग शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए यूजीसी ने किया नियमों में बदलाव सूबे में मात्र 34 काॅलेजों को ही मिला है नैक से मान्यता विद्या सागर पटना। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने काॅलेज व विश्वविद्यालयों के शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडेशन काउंसिल (नैक) की मान्यता को अनिवार्य कर दिया है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी ) ने नियमों में बदलाव करते हुए सभी विश्वविद्यालयों व काॅलेजों के लिए नैक को अनिवार्य कर दिया है। यूजीसी ने साफ किया है कि नैक की मान्यता नहीं तो सहायता भी नहीं। नैक का मकसद विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है। अभी तक केंद्रीय समेत प्रदेश सरकार से मान्यता प्राप्त अधिकतर विश्वविद्यालयों के पास नैक की मान्यता नहीं थी। इसके चलते विश्वविद्यालयों में नए सत्र शुरू होने से पहले नैक की टीम कैंपस में जांच नहीं कर पाती थी। जबकि विश्वविद्यालय सरकारी सहायता प्राप्त कर रहे थे, जिसके

स्ट्रीट प्ले में स्टूडेंट्स ने उठाया भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज

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स्ट्रीट प्ले में स्टूडेंट्स ने उठाया भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज पटना. पटना वीमेंस कॉलेज में गुरुवार से प्रग्योत्सव कल्चरल फेस्ट की शुरुआत हुई। कल्चरल फेस्ट के पहले दिन छात्राओं ने स्ट्रीट प्ले में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाया।   स्ट्रीट प्ले में हिस्सा लेते प्रतिभागी।   पटना वीमेंस कॉलेज में प्लेटिनम जुबली ईयर के अवसर पर प्रग्योत्सव कल्चरल फेस्ट का आयोजन किया गया है। इस फेस्ट में स्टूडेंट्स दिनभर मस्ती में डूबे रहे। कॉलेज कैंपस में कहीं क्रिएटिव ग्रुप के प्रतिभागियों ने अपना प्रदर्शन किया तो कहीं मोनो और ग्रुप प्ले फेस्ट का दौर चला। फेस्ट 17 जनवरी तक चलेगा।   कई स्टॉल्स लगए गए   इस फेस्ट में वीमेंस कॉलेज के अलावा दूसरे कॉलेज, यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी भी शामिल हो रहे हैं। फेस्ट का उद्‌घाटन कला एवं संस्कृति मंत्री विनय बिहारी ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल मारी जैसी भी उपस्थित रहीं। कॉलेज के ग्राउंड में शहर के बड़े ब्रांड्स और संस्थान के स्टॉल्स लगाए गए हैं। बास्केटबॉल कोर्ट में मेन स्टेज बनाया गया

भाजपा नेत्री का बेटा निकला सिरफिरा, 750 नंबर बदल युवती को करता रहा परेशान

भाजपा नेत्री का बेटा निकला सिरफिरा, 750 नंबर बदल युवती को करता रहा परेशान पटना. भाजपा नेत्री का सिरफिरा बेटा ने 750 नंबर बदल युवती को परेशान करता रहा। युवती मनचले की हरकत से बार-बार उसके नबंर को ब्लॉक करती रही और वो नबंर बदल-बदल कर उसे परेशान करता रहा। युवक फोन कर लड़की को बार-बार संबंध बनाने के लिए दबाव बनाता था। परेशान करने वाला युवक कोई आम नहीं है, इसकी मां भाजपा नेत्री है तो पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक।  लड़के से परेशान होकर युवती ने इसकी शिकायत महिला हेल्प लाइन में की है। पहले तो हेल्प लाईन के अधिकारियों को भी इसपर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब इसकी जांच हुई तो सारा मामला सामने आया।   संगीता (काल्पनिक नाम) ने माह के शुरू में पटना महिला हेल्प लाइन में फोनकर अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि युवक उसके साथ उसकी सहेलियों को भी फोन करके परेशान कर रहा है।ये उसे 750 अलग अलग नंबरों से कॉल कर चुका है। पिछले छह साल से परेशान कर रहा है। पीड़िता ने बताया कि जब मेरी नौकरी पटना में हुई तो ये लड़का भी अपनी नौकरी छोड़कर पटना आ गया। मेरे ऑफिस तक पहुंच गया। पुलिस टीम एक्टिव हुई और संगीता और आरोपी

संघ परिवार और चार चार बच्चे

संघ परिवार और चार चार बच्चे अरविन्द गर्ग  संघ परिवार और इसके चेले आजकल हिन्दू समाज को प्रेरित कर रहे हैं की वो चार चार बच्चे पैदा करें जिसमे से एक वो सेना मे भेजे, दूसरा विश्व हिन्दू परिषद को दे दें, तीसरा भाजपा मे चला जाये और चौथा घर परिवार की जिम्मेदारी संभाले| इन चेलों की बातें सुन सुन कर मुझे एक पूरानी कहावत याद आ गयी “दूसरों को नसीहत खुद मियां फ़ाज़िहत” | संघ परिवार का इतिहास उठा कर देख लीजिये वहा तो हमेशा से उन्ही लोगो का आदर होता रहा है जिन्होने या तो शादी ही नही की और अगर करी भी तो कोई बच्चा पैदा नही किया| सारा संघ परिवार माधव राव सदाशिव राव गोलवलकर के प्रति बहुत ही पूज्य भाव रखता है| क्या कोई स्वमसेवक बता सकता है की गोलवलकर जी के कितने बच्चे थे? संघ परिवार मे से पहला व्यक्ति जो प्रधानमंत्री बना वो थे अटल जी| क्या उनके चार बच्चे है| दस साल बाद अब मोदी जी के रूप मे संघ परिवार से दूसरा व्यक्ति प्रधानमंत्री बना है | क्या उनके चार बच्चे है? थोड़ा और छानबीन करते है| इस समय विश्व हिन्दू परिषद के मुखिया अशोक सिंघल है क्या उनके चार बच्चे है? संघ का एक प

क्या पगला गए हैं हिंदुत्ववादी नेता?

क्या पगला गए हैं हिंदुत्ववादी नेता? तारा चंद्र त्रिपाठी क्या हिन्दूवादी नेता पगला गये हैं? या उन्हें लग रहा है कि इस बार के बाद दिल्लीके तख्त पर फिर उन्हें फिर मौका मिलने वाला नहीं है? इसलिए जितनी आग लगानी हो, अभी लगा लो. पहले घर वापसी का तमाशा. अरे भाई, घर तो घर होता है, रोटी, कपड़ा और मकान, सामान्य जीवन जीने की व्यवस्था. सम्प्रदाय किसी का घर हुआ क्या ? यदि ऐसा होता तो भूख के असह्य हो जाने पर चांडाल के घर से कुत्ते की रान चबाते हुए पकड़े जाने पर विश्वमित्र चांडाल से यह यह क्यों कहते कि तू नीच! मुझे धर्म सिखायेगा! अरे यदि मैं जीवित रहा तो धर्म की पुनर्व्याख्या कर सकता हूँ, यदि मैं ही मर गया तो यह धर्म मेरे किस काम का? याज्ञवल्क्य यह क्यों कहते कि पुत्र, पत्नी, धर्म– सब कुछ अपने लिए ही प्रिय होता है. आत्मनस्तु कामाय वै सर्वं प्रियं भवति. सच तो यह है कि इन वितंडावादियों को भी यह सब चोंचले आम जन के लिए नहीं अपनी राजनीति, या सत्ता सुख के लिए ही प्रिय हैं. दूसरा कहता है कि हिन्दू स्त्रियाँ चार बच्चे पैदा करें. जैसे औरत केवल बच्चे पैदा करने की मशीन हो. कभी लोग यह भी मानते

स्वस्थ विपक्ष की भूमिका निभाएं और हेल्दी आलोचना करें मोदी : लालू

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स्वस्थ विपक्ष की भूमिका निभाएं और हेल्दी आलोचना करें मोदी : लालू राजदअध्यक्ष लालू प्रसाद ने भाजपा नेता सुशील मोदी को स्वस्थ विपक्ष की भूमिका निभाने और हेल्दी आलोचना करने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि वोट के बंटवारे से जीत कर इतराने वाले नेता जनता परिवार के विलय पर सवाल उठा रहे हैं। सवाल नेता का नहीं देश का है, टूटेगा कि बचेगा। वे पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनता परिवार के विलय की औपचारिकता बची है। इशारे में कहा कि दूसरे दल भी इसी ओर कार्रवाई कर रहे हैं। शीघ्र ही विलय की घोषणा हो जाएगी। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से फोन पर बात हुई है। उन्होंने सेक्युलर ताकतों को एकजुट करने में सहयोग की बात की है। भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी पर कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी, हरियाणा में कांग्रेस और चौटाला की पार्टी तथा झारखंड में झामुमो, कांग्रेस और राजद के वोट बंटवारे के कारण जीत हुई, पर उन्हें लोकप्रियता का गुमान हो गया है। बिहार में ही भाजपा का रथ पंक्चर होगा। हवाबाजों की हवा निकालना बिहार की जनता जानती है। कालाधन और राम राज्य ल

पटना यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में गोलीबारी, एक घायल

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पटना यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में गोलीबारी, एक घायल   पटना। पटना यूनिवर्सिटी के बहादुरपुर स्थित सैदपुर हॉस्टल में गोलीबारी से एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। छात्रों को दो गुटों के बीच हुई तकरार में घटना हुई। गोलीबारी की सूचना पर पहुंची पुलिस नें घायल को अस्पताल भेजा और आरोपियों की तलाश कर रही है। सैदपुर हॉस्टल और कुछ बाहरी छात्रों के बीच कुछ समय से किसी बात को लेकर तनातनी चल रही थी। इसी को लेकर एक गुट ने देर शाम हॉस्टल में धावा बोला। दोनों ओर से देखते ही देखते मारपीट होने लगी। बताया जाता है की इसी बीच एक गुट ने फायरिंग कर दी, जिसके चलते दूसरे गुट ने भी असलाहा निकाल लिया और निशाना साधकर फायरिंग करने लगे। करीब दस मिनट तक दोनों ओर से फायरिंग होती रही, इसी बीच शिवम नाम के छात्र को गोली लग गई। गोली लगने की सूचना जैसे ही दूसरे गुट को लगी वे फरार हो गए। तभी पहुंची पुलिस ने घायल शिवम को अस्पताल भेजा। आरोपियों की तलाश की जा रही है।

बंदियों से वार्ता करने जेल पहुंचे एडीएम

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बंदियों से वार्ता करने जेल पहुंचे एडीएम औरंगाबाद। मंडलकारा में अनशन एवं आंदोलन कर रहे बंदियों से वार्ता के लिए गुरुवार रात्रि एडीएम सुरेश प्रसाद साह पहुंचे। आंदोलन कर रहे बंदियों से वार्ता की। अनशन पर बैठे बंदी प्रमोद मिश्रा से बात की। साथ में डीएम के गोपनीय प्रभारी मुकेश कुमार मुकुल एवं जेल अधीक्षक तेजनारायण राय थे। अधिकारियों ने प्रमोद से कहा कि आपके मांग पत्र को मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री तक भेज दिया गया है। बंदियों की अधिकतर मांगों पर निर्णय लेने का अधिकार राज्य एवं केंद्र सरकार को है। मांगों पर जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है। बंदियों की मांग पर अधिकारियों ने कहा कि पुलिस पदाधिकारियों पर जो आरोप लगाया गया है उसका लिखित आवेदन डीएम के नाम से दें, जांच कर कार्रवाई की जाएगी। एडीएम से प्रमोद मिश्रा ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी विलंब से वार्ता करने आए हैं। बात को सुन एडीएम ने कहा कि कारा अधीक्षक जेल प्रशासन के ही प्रतिनिधि हैं, जो लगातार बंदियों से वार्ता कर रहे हैं। अधिकारियों ने अनशन पर बैठे एवं आंदोलनरत बंदियों से अपना आंदोलन समाप्त करने का आग्रह

ख़ून का जवाब स्याही से

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ख़ून का जवाब स्याही से 8 जनवरी 2015 पेरिस में शार्ली एब्डो पत्रिका के दफ़्तर पर हमले में 12 लोगों की हत्या के बाद दुनियाभर में लोगों ने कार्टून बनाकर रोष जताया है. मरने वाले पत्रकारों के लिए लोग सड़कों पर उतरे और उनके समर्थन में चित्र हाथों में लेकर खड़े दिखे. फ़्रांस के वाणिज्य दूतावास के सामने कई समर्थकों ने मारे गए लोगों के समर्थन में पेंसिल पर केंद्रित कई चित्र दिखाकर अपने दुख और हिम्मत का मुज़ाहिरा किया. तस्वीर में जहां हमलावर को बंदूक़ ताने दिखाया गया है, वहीं एक व्यक्ति को पेंसिल ताने दिखाया गया है. एक महिला बहुत ही सरल चित्र हाथ में लिए खड़ी दिखी, जिसमें बंदूक़ का मुक़ाबला पेंसिल कर रही है. अर्जेंटिना में फ़्रांसीसी दूतावास के बाहर लटकी यह कार्टूननुमा तस्वीर कार्टूनिस्ट की हत्या पर विरोध दर्ज करती दिखी. लोगों ने न सिर्फ़ सरकारी दफ़्तरों के बाहर कार्टून लगाए बल्कि अमरीका तक में लोगों ने चित्रों के ज़रिए अपनी भावनाएं बयां कीं. कैलीफ़ॉर्निया में चित्र के ज़रिए मरने वाले पत्रकारों के लिए अपनी संवेदना व्यक्त करती मह

इरोम के समर्थन में चल रहे बंदियों के आंदोलन का होगा विस्तार

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इरोम के समर्थन में चल रहे बंदियों के आंदोलन का होगा विस्तार पेशी पर कोर्ट आए माओवादी नेता प्रमोद मिश्रा ने की घोषणा, कहा- जेलों से बाहर निकल गया है आंदोलन, आंदोलन को दिया जाएंगा अखिल भारतीय स्वरूप पेशी पर कोर्ट आये माओवादी नेता औरंगाबाद। औरंगाबाद मण्डल कारा में विचारधीन बंदी के रूप में रहते हुए मणिपुर में लागू सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून(अफसपा) को हटाने की मांग को लेकर 15वर्षों से आमरण अनशनरत सामाजिक कार्यकर्ता इरोम शर्मिला के समर्थन में आंदोलन कर रहे प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा ने कहा है कि उनका आंदोलन अब औरंगाबाद और राज्य के विभिन्न जेलों तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह जन आंदोलन का स्वरूप लेने जा रहा है। आंदोलन के प्रति सरकार द्वारा सुधि नहीं लिए जाने को लेकर पूर्व घोषणा के अनुरूप अधनंगे बदन औरंगाबाद के कोर्ट में पेशी पर आए शीर्ष माओवादी नेता ने कहा कि इरोम के समर्थन में उनके द्वारा आरंभ किया गया आंदोलन जेलों से बाहर आ चुका है और इसके समर्थन में कई संगठन उतर आए है और शीघ्र ही यह आंदोलन अखिल भारतीय स्वरूप ग्रहण कर लेगा। उन्हो

कार्टूनिस्ट, जो था अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सबसे बड़ा पैरोकार

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कार्टूनिस्ट, जो था अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सबसे बड़ा पैरोकार कार्टूनिस्ट, जो था अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सबसे बड़ा पैरोकार पेरिस। आतंकी हमले में चार्ली एब्दो के संपादक और ख्यात कार्टूनिस्ट स्टीफेन कारबोनियर की भी मौत हो गई। दरअसल, आतंकियों के निशाने पर सबसे पहले स्टीफेन ही थे। कारण भी साफ है। स्टीफेन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के सबसे बड़े पैरोकार थे। वे अपनी लकीरों के माध्यम से धर्म और राजनीति समेत समाज के हर पहलू पर निशाना साधते थे। इसके चलते उन्हें कई बार धमकियां भी मिलीं, लेकिन तमाम खतरों के बावजूद वे मैग्जीन की रीति-नीति बदलने के लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने कहा था कि घुटनों के बल जीने के बजाय खड़े रहकर मरना पसंद करुंगा...और आखिरी में ऐसा हुआ। कथिततौर पर इस्लाम विरोधी कार्टून बनाने पर मिली धमकियों के बाद उन्होंने 2012 में एसोसिएट प्रेस से साफ कहा था, मैं फ्रांसीसी कानून के तहत रहता हूं, न कि कुरान के कानून के तहत। स्टीफेन कई चरमपंथी गुटों के साथ-साथ अलकायदा के भी निशाने पर भी थे। अलकायदा की हिट लिस्ट में वह नौवें नंबर पर थे। यह लिस्ट इस संगठन की

पेरिस में आतंकी हमले में संपादक सहित 12 पत्रकारों की मौत

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पेरिस में आतंकी हमले में संपादक सहित 12 पत्रकारों की मौत फ्रांस की राजधानी पेरिस में मीडिया पर हुए आतंकी हमले से पूरी दुनिया हिल गई है। तीन आतंकियों ने फ्रेंच मैगजीन शार्ली ऐब्दो पर हमला करके मैगजीन के संपादक समेत 10 पत्रकारों को मार डाला। हमले में दो पुलिस वालों समेत कुल 12 लोग मारे गए हैं। पेरिस। फ्रांस की राजधानी पेरिस में मीडिया पर हुए आतंकी हमले से पूरी दुनिया हिल गई है। तीन आतंकियों ने फ्रेंच मैगजीन शार्ली ऐब्दो पर हमला करके मैगजीन के संपादक समेत 10 पत्रकारों को मार डाला। हमले में दो पुलिस वालों समेत कुल 12 लोग मारे गए हैं। माना जा रहा है कि तीनों हमलावरों का संबंध किसी जेहादी आतंकी संगठन के साथ हो सकता है। हमलावरों ने मैगजीन के दफ्तर में हमले के वक्त अल्ला- हू -अकबर के नारे लगाए थे, 50 राउंड से ज्यादा की फायरिंग की और वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार भी हो गए। हमले के बाद पूरे फ्रांस में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। फ्रांस के गृहमंत्री का कहना है कि तीनों आतंकियों की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना की राष्ट्रपति और प्रधा

इरोम के समर्थन में आन्दोलन कर रहे सभी बंदियों को मिले राजनीतिक बंदी का दर्जा: सोमप्रकाश

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इरोम के समर्थन में आन्दोलन कर रहे सभी बंदियों को मिले राजनीतिक बंदी का दर्जा: सोमप्रकाश    औरंगाबाद। बिहार राज्य निर्माण श्रमिक कल्याण संघ के अध्यक्ष एवं ओबरा के निर्दलीय विधायक सोमप्रकाश सिंह ने मणिपुर की सामाजिक कार्यकर्ता इरोम शर्मिला के 15 वर्षों से जारी आमरण अनशन के समर्थन में औरंगाबाद समेत राज्य के विभिन्न जेलों में आन्दोलन कर रहे बंदियों को राजनैतिक बंदी का दर्जा देने की मांग की है। श्री सिंह ने औरंगाबाद मंडल कारा जाकर आन्दोलन के नेतृत्वकर्ता माओवादी नेता प्रमोद मिश्रा से मुलाकात कर बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान यह मांग उठायी। उन्होंने कहा कि जिस मुद्दे को राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों को उठाना चाहिए था उस मुद्दे को बंदियों ने उठाकर समाज की आँखें खोलने का काम किया है और वे इस आन्दोलन का हर स्तर पर समर्थन करते हैं। श्री सिंह ने कहा कि बंदियों की सभी मांगें जनपक्षीय हैं और इन मांगों को पूरा करने के लिए सरकार एक उच्च स्तरीय कमिटी गठित करे और यह कमिटी आन्दोलनकारियों से वार्ता कर उनके द्वारा उठाये जा रहे 20 सूत्री मांगों का सम्मानजनक हल निकाले। उन्होंने चेतावनी दे

विधायक सोमप्रकाश के पहल पर माओवादी नेता प्रमोद मिश्रा ने तोड़ा मौन

विधायक सोमप्रकाश के पहल पर माओवादी नेता प्रमोद मिश्रा ने तोड़ा मौन 4 दिनों के अनशन के बाद किया जल ग्रहण, इरोम के समर्थन में आन्दोलन पर डटे रहने का फैसला औरंगाबाद। मणिपुर में लागू अफसपा कानून को हटाने की मांग को लेकर 15 वर्षों से अनशनरत सामाजिक कार्यकर्ता इरोम शर्मिला के समर्थन में चल रहे आन्दोलन की कड़ी में मौन व्रत रखते हुए पेय जल का त्याग करने के फैसले को माओवादी नेता प्रमोद मिश्रा ने समाप्त कर दिया है। मंडल कारा में 4 दिनों तक मौन साधे रहने के दौरान जल ग्रहण नहीं कर रहे श्री मिश्रा से आज ओबरा के निर्दलीय विधायक सोमप्रकाश सिंह, भ्रष्टाचार प्रतिरोध संघर्ष मोर्चा के संस्थापक आलोक कुमार, बंदी अधिकार आन्दोलन के संयोजक संतोष उपाध्याय, विधायक प्रतिनिधि कुमुद रंजन एवं सामाजिक कार्यकर्ता सुचित मिश्रा ने जेल के अन्दर जाकर मुलाकात की। मुलाकात के दौरान आरंभिक क्षणों में इन नेताओं के बीच लिखित रूप में बातें हुई। इस दौरान नेताओं ने कहा कि वे उनके आन्दोलन का सम्मान करते हैं और उनकी सभी मांगें जायज हैं लेकिन इन मांगों को लेकर अभी लम्बी लड़ाई लड़नी है तभी सरकार मांगों को पूरा करेंगी। इस नाते

औरंगाबाद मंडल कारा से पेशी पर आये अधनग्न कैदियों किया प्रदर्शन

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औरंगाबाद मंडल कारा से पेशी पर आये अधनग्न कैदियों  किया प्रदर्शन  ईरोम शर्मिला के समर्थन में चल रहा है बंदियों का आंदोलन अधनग्न कैदी  विद्या सागर/मनोज    पटना/औरंगबाद  । मणिपुर में लागू  सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम(अफसपा) को हटाने की मांग को लेकर 15 वर्षो से आमरण अनषन कर रही सामाजिक कार्यकर्ता ईरोम शर्मिला के अनषन को समाप्त कराने समेंत 20 सूत्री मांगो को लेकर औरंगाबाद मंडल कारा में कुछ बंदियों द्वारा किये जा रहे चैथे चरण के आंदोलन की कड़ी में आज पूर्व धोषणा के अनुरूप पांच बंदी अधनंगें बदन औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय में पेषी पर आये। अधनंगें बदन पेषी पर आने वाले बंदियो में सुरेंद्र मेहता, रामप्रवेष यादव, रामजन्म यादव, सुनील खत्री एवं विवेक यादव शामिल है। हालांकि उनकी पूर्व धोषणा के अनुसार चड्ढी-गमछा पर उघारे बदन, सर पर काली पट्टी, ‘‘हम हैं लोकतंत्र का शिकार और यह सरकार है या हत्यारों की जमायत‘ लिखी छाती और पीठ पर दो तख्ती लगाये कोर्ट आने की थी लेकिन पांच कैदियों की आज पेषी के दौरान थोड़ा सा फर्क दिखा। फर्क यह रहा कि बदन तो इनके उधारे थे और ये चड्ढ़ी-गमछे में थे एवं सिर पर काली

यह पानवाला पान के साथ फ्री कॉन्डम क्यों देता है?

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यह पानवाला पान के साथ फ्री कॉन्डम क्यों देता है? पटना । नंदलाल साह बिहार में कटिहार जिले के फल्का बाजार में पान की दुकान चलाते हैं। साह पान की दुकान से ही लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इन्होंने लोगों को जागरूक करने के लिए बिल्कुल नया तरीका अपनाया है। इनकी दुकान पर जो भी ग्राहक पान के लिए आता है उसे मुफ्त में कॉन्डम देते हैं। नंदलाल हर एक पान के साथ एक कॉन्डम ग्राहक को मुफ्त में देते हैं।  दलाल ने कहा, 'मेरी दुकान पर जो भी पान के लिए आता है उसे मुफ्त में कॉन्डम देता हूं। फ्री कॉन्डम के ऑफर के कारण लोगों का दुकान के प्रति आकर्षण बढ़ा है और साथ में बढ़ती आबादी के प्रति लोगों को जागरूक भी कर रहा हूं।' करीब 40 साल के साह ने कहा, 'आबादी पर नियंत्रण के लिए मेरी यह छोटी सी कोशिश और योगदान है। कुछ एनजीओ, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव और अन्य लोग मुझे मुफ्त में कॉन्डम मुहैया करा रहे हैं। लेकिन कई बार मुझे कॉन्डम खरीदना पड़ता है क्योंकि एनजीओ और मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव मुहैया नहीं करा पाते। फ्री कॉन्डम से मेरे पान बिजनस को भी गति मिली है। कई तो ऐसे लोग हैं जो कॉन्डम की खातिर के

फिल्‍म रिव्‍यू: पीके (4 स्‍टार)

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फिल्‍म रिव्‍यू: पीके (4 स्‍टार) अजय ब्रह्मात्मज प्रमुख कलाकार: आमिर खान, अनुष्का शर्मा, संजय दत्त, सुशांत सिंह राजपूत, बोमन ईरानी और सौरभ शुक्ला। निर्देशक: राजकुमार हिरानी संगीतकार: अजय-अतुल, शांतनु मोइत्रा और अंकित तिवारी। स्टार: चार ....बहुत ही कनफुजिया गया हूं भगवान। कुछ तो गलती कर रहा हूं कि मेरी बात तुम तक पहुंच नहीं रही है। हमारी कठिनाई बूझिए न। तनिक गाइड कर दीजिए... हाथ जोड़ कर आपसे बात कर रहे हैं...माथा जमीन पर रखें, घंटी बजा कर आप को जगाएं कि लाउड स्पीकर पर आवाज दें। गीता का श्लोक पढ़ें, कुरान की आयत या बाइबिल का वर्स... आप का अलग-अलग मैनेजर लोग अलग-अलग बात बोलता है। कौनो बोलता है सोमवार को फास्ट करो तो कौनो मंगल को, कौनो बोलता है कि सूरज डूबने से पहले भोजन कर लो तो कौनो बोलता है सूरज डूबने के बाद भोजन करो। कौनो बोलता है कि गैयन की पूजा करो तो कौनो कहता है उनका बलिदान करो। कौना बोलता है नंगे पैर मंदिर में जाओ तो कौनो बोलता है कि बूट पहन कर चर्च में जाओ। कौन सी बात सही है, कौन सी बात लगत। समझ नहीं आ रहा है। फ्रस्टेटिया गया हूं भगवान...