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आईपीएस अफसर अर्पणा ने किया सूबे का नाम रोशन

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     अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पति हैं इलाहाबाद के डीएम अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट विनसन मैसिफ पर फहराया तिरंगा विद्या सागर/ गणोश प्रसाद पटना/औरंगाबाद। औरंगाबाद जिला निवासी यूपी कैडर की आईपीएस अधिकारी अर्पणा भारद्वाज ने अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट विनसन मैसिफ पर तिरंगा फहराकर देश और सूबे का नाम रौशन किया। अर्पणा वर्तमान में यूपी में डीआईजी (टेलीकॉम) के पद पर कार्यरत हैं। 17 जनवरी 2016 को माउंट विनसन मैसिफ पर फतह कर तिरंगा लहराकर उन्होंने आधी आबादी के लिए भी मिसाल पेश की। ऐसा कर उन्होंने देश की पहली महिला अधिकारी होने का गौरव हासिल किया। बताते चलें कि अर्पणा की पर्वतारोहण में गहरी रुचि है। पिछले वर्ष 28 जुलाई को उन्होंने यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रस को फतह किया था। -15 डिग्री तापमान पर विषम परिस्थितियों में दुर्गम रास्ते पर चलते हुए उन्होंने तिरंगा लहराया। माउंट एवरेस्ट मिशन के दौरान मौसम की खराबी के कारण उन्हें अपने कदम पीछे खींचने पड़े थे। इसके बावजूद ऊंचाई नापने की उनकी ललक कम नहीं हुई और वे आगे बढ़ती रहीं।

क्यों निषाने पर है जेएनयू? पढ़े जेएनयू षिक्षक संघ के अध्यक्ष के बेबाक बोल

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छात्रों के वामपंथी रूझान के कारण सरकार के निषाने पर है जेएनयूः प्रो अजय पटनायक पटना। जवाहर लाल नेहरू विष्वविद्यालय (जेएनयू) षिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. अजय पटनायक ने आज कहा कि छात्रों के वामपंथी रूझान के कारण जेएनयू केन्द्र सरकार के निषाने पर है। प्रो. पटनायक आज राजधानी के जनषक्ति भवन में एआईएसएफ द्वारा क्यों निषाने पर है जेएनयू विषय पर आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। प्रो. पटनायक ने कहा कि समाज में अवसर की समानता नहीं होने के कारण जिन लोगों को मुख्यधारा में आने का अवसर नहीं मिल पाता है। जेएनयू के द्वार समाज के दबे-कुचले लोगों को प्राथमिकता देने के कारण जेएनयू में पहुंचने पर वे सत्ता के द्वारा थोपे जाने की कोषिष को बर्दास्त नहीं करते हैं। वर्तमान केन्द्र सरकार जिसे देषद्रोही की संज्ञा दे रही है। सही मायने में वह सत्ता के खिलाफ अवाज है। ऐसा नहीं कि वह वर्तमान सरकार के खिलाफ उठ रही अवाज है। पूर्ववर्ती सरकारों के खिलाफ भी उठती रही है। उन्होंने कहा कि रोहित बेमुला की संस्थागत हत्या, आॅक्यूपाई यूजीजी आंदोलन, एफजीआईआई पूणे एवं अंबेडकर-पेरियार स्टडी सर्किल पर

पूरे बिहार में जेएनयू व कन्हैया पर बनी ड्राक्यूमेंट्री का होगा प्रदर्शन

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रथ रवानगी के पूर्व करगिल चौक पर लगे फर्जी राष्ट्रवाद से आजादी के नारे एआईएसएफ समेत कई छात्र संगठनों ने निकाला है यह रथ रवानगी के मौके पर पहुंचे विधानसभा के उपनेता श्याम रजक व एमएलसी नीरज छात्रों की रिहाई के लिए कारवां-ए-फिक्र रथ रवाना पटना (एसएनबी)। जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार सहित सभी छात्र नेताओं से राष्ट्रद्रोह के मुकदमे की वापसी, जेएनयूएसयू अध्यक्ष सहित सभी निदरेष छात्रों की रिहाई, रोहित वेमुला को न्याय को लेकर मंगलवार को राजधानी के शहीद भगत सिंह चौक से छात्रों का जत्था रवाना हुआ। विविद्यालय बचाओ, लोकतंत्र बचाओ और देश बचाओ अभियान में शामिल छात्रों के जत्थे में शामिल छात्र राज्य के विभिन्न हिस्सों में जायेंगे।एआईएसएफ, आइसा, छात्र राजद, छात्र समागम, एसएफआई, एनएसयूआई, छात्र राकांपा, जन अधिकार छात्र परिषद, समजावादी छात्र सभा और दिशा के छात्र आरएसएस व बीजेपी के षड्यंत्र के खिलाफ अभियान चलाने का फैसला लिया है। कारवां-ए-फिक्र नाम से निकाली गयी वीडियो वैन पर जेएनयू पर बनी एक डाक्यूमेन्ट्री दिखाई जाएगी। आज रथ रवानगी के मौके पर छात्रों ने फर्जी