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निर्वस्त्र कर पीटी जाने वाली महिला अस्पताल से फरार

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पटना। पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई है। अस्पताल में भर्ती कराई गई जहानाबाद जिले की महिला संगीता देवी सोमवार को फरार हो गई। महिला पर दो लोगों का अपहरण और हत्या का आरोप है। ग्रामीणों की पिटाई में बुरी तरह घायल महिला को चिकित्सा के लिए पुलिस अभिरक्षा में अस्पताल लाया गया था। महिला की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। उसकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है। डीआइजी प्रदीप कुमार ने जहानाबाद जाकर पूरे मामले की पड़ताल की। बीते बुधवार को संगीता देवी (40वर्ष ) की निजामुद्दीनपुर गांव में एक जमीन के सौदे के सिलसिले में दो व्यक्तियों का अपहरण और बाद में उनकी हत्या करने के आरोप में गांव वालों द्वारा निर्वस्त्र करने के बाद जमकर पिटाई की गई थी। गुरुवार को दोनों व्यक्तियों के शव पटना के पास सिगौरी में पाए गये थे। पुलिस का कहना है कि कुछ लोग महिला के घर पर कब्जे की नीयत से उसे जोर-जबर्दस्ती के बाल पर बाहर करने का दबाव डाल रहे थे, इन लोगों ने उसके घर को जला दिया था और गांव वालों के सामने ही निर्वस्त्र कर

मदनपुर गोलीकांडः खौफ का मंजर, गांवों में पसरे सन्नाटे

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विद्या सागर पटना। ये तस्वीरें बता रही है गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव की हाल जानने वाला कोई यहां नहीं है। गांव की गलियों में कोई नजर नहीं आ रहा। गलियों में पसरा संन्नाटा जरूर कुछ कह रहा है। यह तस्वीर बिहार के अतिनक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के धनी पहाडियों के बीच बसा कनौदी गांव का है। जहाँ खौफ और आतंक के साये स्पष्ट दिख रहे है गाँव में पुलिसिया बर्बरता की कहानी यहाँ आकर देखा और समझा जा सकता है। २५ घरो की आबादी वाली इस बस्ती में चारो ओर सन्नाटा पसरा हुआ है क्योकि आज यहाँ बूढे़, महिलायें और बच्चो को छोड़कर सारे लोग गंाव से पलायन कर गए है इसका कारण है दर्द और जुल्म का अतीत जो इन्हे गांव छोडने पर मजबूर कर दिया। दरअसल इस गांव के लोग बीते शनिवार 19 जुलाई को मदनपुर में  अपने गांव के कुछ परिवार को पुलिस द्वारा नक्सली के नाम पर पिटे जाने के खिलाफ प्रदर्शन करने गये थे। वहां प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस ने गोलियों की बैछारें की। आंशु गैस के गोले दागे, इस गांव के मासूम की जान गयी। गोलीकांड में मारी गई कलावती देवी का भी यही गांव है। महिलाओ ने बताया की दो दिनों पूर

मदनपुर गोलीकांडः खौफ का मंजर, गांवों में पसरे सन्नाटे

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विद्या सागर पटना। ये तस्वीरें बता रही है गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव की हाल जानने वाला कोई यहां नहीं है। गांव की गलियों में कोई नजर नहीं आ रहा। गलियों में पसरा संन्नाटा जरूर कुछ कह रहा है। यह तस्वीर बिहार के अतिनक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के धनी पहाडियों के बीच बसा कनौदी गांव का है। जहाँ खौफ और आतंक के साये स्पष्ट दिख रहे है गाँव में पुलिसिया बर्बरता की कहानी यहाँ आकर देखा और समझा जा सकता है। २५ घरो की आबादी वाली इस बस्ती में चारो ओर सन्नाटा पसरा हुआ है क्योकि आज यहाँ बूढे़, महिलायें और बच्चो को छोड़कर सारे लोग गंाव से पलायन कर गए है इसका कारण है दर्द और जुल्म का अतीत जो इन्हे गांव छोडने पर मजबूर कर दिया। दरअसल इस गांव के लोग बीते शनिवार 19 जुलाई को मदनपुर में  अपने गांव के कुछ परिवार को पुलिस द्वारा नक्सली के नाम पर पिटे जाने के खिलाफ प्रदर्शन करने गये थे। वहां प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस ने गोलियों की बैछारें की। आंशु गैस के गोले दागे, इस गांव के मासूम की जान गयी। गोलीकांड में मारी गई कलावती देवी का भी यही गांव है। महिलाओ ने बताया की दो दिनों पूर्व