संघ परिवार और चार चार बच्चे
संघ परिवार और चार चार बच्चे
अरविन्द गर्ग
संघ परिवार और इसके चेले आजकल हिन्दू समाज को प्रेरित कर रहे हैं की
वो चार चार बच्चे पैदा करें जिसमे से एक वो सेना मे भेजे, दूसरा विश्व
हिन्दू परिषद को दे दें, तीसरा भाजपा मे चला जाये और चौथा घर परिवार की
जिम्मेदारी संभाले| इन चेलों की बातें सुन सुन कर मुझे एक पूरानी कहावत याद
आ गयी “दूसरों को नसीहत खुद मियां फ़ाज़िहत” | संघ परिवार का इतिहास उठा
कर देख लीजिये वहा तो हमेशा से उन्ही लोगो का आदर होता रहा है जिन्होने या
तो शादी ही नही की और अगर करी भी तो कोई बच्चा पैदा नही किया| सारा संघ
परिवार माधव राव सदाशिव राव गोलवलकर के प्रति बहुत ही पूज्य भाव रखता है|
क्या कोई स्वमसेवक बता सकता है की गोलवलकर जी के कितने बच्चे थे? संघ
परिवार मे से पहला व्यक्ति जो प्रधानमंत्री बना वो थे अटल जी| क्या उनके
चार बच्चे है| दस साल बाद अब मोदी जी के रूप मे संघ परिवार से दूसरा
व्यक्ति प्रधानमंत्री बना है | क्या उनके चार बच्चे है? थोड़ा और छानबीन
करते है| इस समय विश्व हिन्दू परिषद के मुखिया अशोक सिंघल है क्या उनके चार
बच्चे है? संघ का एक प्रमुख संगठन है भारतीय मजदूर संघ| उसके संस्थापक
दत्तोपंत ठेंगड़ी जी थे क्या कोई बता सकता है उनके कितने बच्चे थे? संघ की
स्थापना से लेकर आज तक जितने भी सर संघ चालक हुए है उनमे से कितनो के चार
या उससे ज्यादा बच्चे थे| अगर संघ की निगाह मे चार या उससे ज्यादा बच्चे
पैदा करने वाला ही आदर्श हिन्दू है तो फिर इस हिसाब से तो लालू यादव सबसे
महान हिन्दू है| क्या संघ अपने आगामी अधिवेशनो मे उनका नागरिक अभिनन्दन
करने की हिम्मत दिखायेगा| साक्षी महाराज और साध्वी प्राची जैसे संघ के
प्रवक्ता हिन्दू समाज को भी इस्लामी समाज के बराबर खड़ा करने के लिये यह
चार बच्चों का राग आलाप रहे है पर में उनसे पूंछना चाहता हूँ की आठ आठ
बच्चे पैदा करके आज इस्लामी समाज की क्या हालत हो गयी है| या तो वो सब्ज़ी
का ठेला लगा रहे है या साइकल मे पंचर| और जो यह भी नही कर पा रहे वो
तालिबान और आइ एस आइ एस मे भरती हो रहे है| क्या यही भविष्य आप हिन्दू समाज
का बनाना चाहते हो| क्यों आप हिन्दू समाज को इस्लाम बनाने पर तुले हो| में
तो स्वामी दयानंद का अनुयायी हूँ जो बाल ब्रहमचारी थे उनके चार चार तो
क्या एक भी बच्चा नही था पर उस एक अकेले व्यक्ति ने लाखों मुसलमानो और ईसाई
लोगो को हिन्दू धर्म मे दीक्षित कर लिया| दूसरी और ओसामा बिन लादेन को देख
लो | उसके दर्ज़नो बच्चे थे पर उसने इस्लाम को दिया क्या | सिर्फ बदनामी
और बदनामी| संघ परिवार को जवाब देना होगा की वो दयानंद या गोलवलकर जैसे
हिन्दू चाहते है या लालू जैसे हिन्दू|
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें