कुलपति के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी में छात्र, वोटिंग शुरू

कुलपति के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी में छात्र, वोटिंग शुरू

चुनावी पैटर्न कर रहे फॉलो,  नौ अगस्त तक होगी वोटिंग, 11 को परिणाम 


विद्या सागर 

पटना. पटना विश्वविद्यालय में कुलपति के फैसलों के खिलाफ छात्रों के आंदोलन का नया रूप बुधवार से दिखने लगा। कुलपति के खिलाफ महाभियोग लाने के लिए छात्र संगठनों ने बुधवार से आम छात्रों को जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी। इसमें सभी छात्रों से अलग अलग 14 मुद्दों पर वोटिंग कराई जा रही है, जो चार दिनों तक चलेगी। वोटिंग में मुद्देवार छात्रों को अपनी राय देनी है कि किस मुद्दे पर वे छात्र संगठनों के साथ हैं और किस पर खिलाफ। एआईएसएफ, आइसा, छात्र राजद और एआईडीएसओ के इस आंदोलन की शुरुआत बुधवार को पटना विवि कैंपस में पांच केंद्रों पर हुई।

छात्र संगठनों ने इस महाभियोग के लिए पूरी तरह चुनावी मतदान का पैटर्न फॉलो कर रहे हैं। इसमें हर वे छात्र-छात्रा वोट डाल सकते हैं, जिन्होंने पटना विश्वविद्यालय में नामांकन लिया है। वोट के लिए बैलट पेपर है, जिस पर मुद्दे छपे हैं। छात्र-छात्राओं को इन मुद्दों पर समर्थन के लिए चिन्ह लगाना है। वोट डालने के बाद छात्र-छात्राओं की उंगलियों पर पर्मानेंट मार्कर से निशान भी लगाए जा रहे हैं, जिससे कोई छात्र या छात्रा दुबारा वोट न डाल सके। वोटिंग के लिए बने पांच केंद्रों में वाणिज्य महाविद्यालय, दरभंगा हाउस में राजा ब्लॉक व रानी ब्लॉक, पटना कॉलेज में मुख्य द्वार व नोटिस बोर्ड के पास बूथ बनाए गए हैं।

छात्र संगठनों द्वारा आयोजित यह वोटिंग बुधवार से शुरू होकर नौ अगस्त तक चलेगी। नौ अगस्त को शाम पांच बजे तक छात्र-छात्राएं अपने वोट दे सकते हैं। मतदान की पूरी प्रक्रिया गोपनीय नहीं होगी। वोटिंग मीडिया के सामने होगी। मतदान के बाद सभी बैलट बॉक्स को सील कर एक कमरे में बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद इन बक्सों को 11 अगस्त को खोला जाएगा।

इन मुद्दों पर डाले जाएंगे वोट

शिक्षकों-कर्मचारियों के रिक्त पदों पर अविलम्ब बहाली हो

छात्रों से 50 रुपये जुर्माना लेने का अलोकतांत्रिक निर्णय वापस लिए जाएं

छात्रावासों को शीघ्र आवंटन हो

छात्र-शिक्षक-कर्मचारियों के आवासों की जर्जर स्थिति दूर की जाए

पटना विश्वविद्यालय को पूर्णत: आवासीय कैंपस के रूप में विकसित किया जाए

पटना विवि में फर्जी मुकदमे कर नामांकन पर रोक वापस हो

छात्र-शिक्षक-कर्मचारियों के लोकतांत्रिक आन्दोलन पर रोक का तानाशाही फरमान वापस लिया जाए

छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी हो

वोकेशनल कोर्सेज में आधारभूत संरचना मुहैया हो व कैंपस प्लेसमेंट सुनिश्चित की जाए

केंद्रीय पुस्तकालय का आधुनिकीकरण कर 24 घंटे खोलने की गारंटी की जाए

छात्रसंघ चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से यथाशीघ्र कराया जाए

पटना कॉलेज नामांकन प्रक्रिया में आरक्षण नियमों की अनदेखी करने वालों को सजा दी जाए

शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के आवास खाली कराने का फरमान वापस लिया जाए

परीक्षाफल में गड़बड़ी पर रोक लगे व उत्तर-पुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन की सुविधा बहाल की जाए

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