पीयू में छात्र को आत्मदाह से रोकने पर भड़के समर्थक, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
पीयू में छात्र को आत्मदाह से रोकने पर भड़के समर्थक, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
विद्या सागर
पटना। पटना कॉलेज के छात्र आफताब आलम ने तीन दिन पहले पटना विवि प्रशासन
को धमकी दी थी कि उसका नामांकन नहीं लिया गया तो वह पीयू मुख्यालय में
आत्मदाह कर लेगा। बुधवार को आफताब पीयू मुख्यालय पहुंचा। आफताब के आने से
पहले ही उसके समर्थन में कई छात्र संगठनों के छात्र ने पीयू प्रशासन के
खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया था। पुलिस भी पहले से कैंपस में किसी अनहोनी
को रोकने के लिए पहुंची हुई थी। आफताब दोपहर 3.15 बजे जैसे
ही पीयू कैंपस में पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसी दौरान
छात्रों और पुलिस के बीच खींचतान शुरू हुई। पुलिस ने आपा खोया और छात्रों
पर अंधाधुंध लाठीचार्ज कर दी। कुछ छात्र भी बचते बचाते पुलिस से भिड़ गए। पल
भर में पूरा पीयू मुख्यालय छात्र पुलिस के बीच रणक्षेत्र में बदल गया। इस
दौरान कई छात्रों समेत कुछ पुलिस वालों को भी चोटें आईं। आखिरकार पुलिस ने
आफताब समेत उसके कुछ समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया।
क्या है मामला
पटना कॉलेज के दर्शनशास्त्र स्नातक द्वितीय वर्ष के छात्र आफताब आलम ने कॉलेज प्रशासन पर उसे फंसाने का आरोप लगाया है। आफताब का नामांकन तृतीय वर्ष में कॉलेज प्रशासन द्वारा रोका गया है क्योंकि उस पर 15 जुलाई 2014 को इतिहास विभाग के छात्र विकास कुमार को पीटने का आरोप है। पीयू प्रशासन ने उसके नामांकन पर रोक लगा रखी है। इसके कारण उसका नामांकन सत्र 2014-15 में तृतीय वर्ष में नहीं हुआ है।
क्या कहता है आफताब: विकास के साथ हुई मारपीट मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनी थी, साथ ही पुलिस में भी मामला दर्ज हुआ। विकास ने मुझे निर्दोष बताया है। एफआईआर में मेरा नाम विकास ने गलती से दे दिया, जिसकी सूचना कॉलेज प्रशासन को दी जा चुकी है। साथ ही पुलिस प्रशासन को भी विकास ने सूचना दी है। विवि प्रशासन की जांच कमेटी को भी विकास बता चुका है कि मैंने मारपीट नहीं की है।
क्या है मामला
पटना कॉलेज के दर्शनशास्त्र स्नातक द्वितीय वर्ष के छात्र आफताब आलम ने कॉलेज प्रशासन पर उसे फंसाने का आरोप लगाया है। आफताब का नामांकन तृतीय वर्ष में कॉलेज प्रशासन द्वारा रोका गया है क्योंकि उस पर 15 जुलाई 2014 को इतिहास विभाग के छात्र विकास कुमार को पीटने का आरोप है। पीयू प्रशासन ने उसके नामांकन पर रोक लगा रखी है। इसके कारण उसका नामांकन सत्र 2014-15 में तृतीय वर्ष में नहीं हुआ है।
क्या कहता है आफताब: विकास के साथ हुई मारपीट मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनी थी, साथ ही पुलिस में भी मामला दर्ज हुआ। विकास ने मुझे निर्दोष बताया है। एफआईआर में मेरा नाम विकास ने गलती से दे दिया, जिसकी सूचना कॉलेज प्रशासन को दी जा चुकी है। साथ ही पुलिस प्रशासन को भी विकास ने सूचना दी है। विवि प्रशासन की जांच कमेटी को भी विकास बता चुका है कि मैंने मारपीट नहीं की है।
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