बिजली दरें बढ़ाकर जोर का करंट लगाने की तैयारी

बिजली दरें बढ़ाकर जोर का करंट लगाने की तैयारी


पटना : विद्युत दर में एक अप्रैल 2015 से वृद्धि होने वाली है। विद्युत कंपनी के प्रस्ताव से छोटे-छोटे व्यवसायियों की परेशानियां बढ़ गई है। व्यवसायियों का कहना है कि घरेलू उपभोक्ताओं की तरह न्यूनतम मासिक विद्युत शुल्क हटा दिया जाये और फिक्स्ड चार्ज में वृद्धि न किया जाए। व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।
अधिकांश व्यवसायियों का कहना है कि न्यूनतम 50 यूनिट खर्च नहीं कर पाते हैं। जितना बिजली का उपभोग करें उतना का बिल लिया जाए। थ्री फेज की श्रेणी में पांच किलोवाट से लेकर 70 किलोवाट तक लोड तक के उपभोक्ता आते हैं। इससे सभी तरह के छोटे व्यवसायी प्रभावित होंगे।
कमर तोड़ेगी बिजली
कॉमर्शियल कॉमर्शियल कनेक्शन लेने पर कम से कम 557 रुपये खर्च करना पड़ेगा। बिजली का इस्तेमाल न करने पर भी 50 यूनिट बिजली का चार्ज लगेगा। खोमचा, गुमटी और छोटे दुकान वाले अगर अपनी दुकानें बंद रखते हैं तो भी 557 रुपये का बिल देना पड़ेगा। 100 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 870 रुपये, 200 यूनिट पर 1533 रुपये, 300 यूनिट बिजली खर्च करने पर 2246 रुपये देना पड़ेगा। पांच किलोवाट लोड वाला उपभोक्ता 300 यूनिट बिजली इस्तेमाल करेगा तो उसे 3246 रुपये खर्च करना पड़ेगा। वहीं थ्री फेज कनेशन वाला उपभोक्ता पांच किलोवाट लोड पर 300 यूनिट बिजली का इस्तेमाल करता है तो 3301 रुपये शुल्क लेगा। दस किलोवाट लोड वाले उपभोता 500 यूनिट बिजली इस्तेमालल पर 5977 रुपये तथा 1000 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 9404 रुपये शुल्क देने पड़ेंगे।
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प्रस्तावित शहरी कॉमर्शियल उपभोक्ता
यूनिट वर्तमान प्रस्तावित
01-100 5.00 6.25
101-200 5.30 6.63
201 से अधिक 5.70 7.13
नोट : सिंगल फेज में फिक्स चार्ज 180 रुपये से बढ़ाकर 225 रुपये तथा थ्री फेज पर फिक्स चार्ज 200 रुपया से बढ़ाकर 250 रुपये करने का प्रस्ताव है। प्रत्येक किलोवाट पर फिक्स्ड चार्ज में वृद्धि होते जाती है। सिंगलफेज पांच किलोवाट लोड रहने पर 1125 रुपये तथा थ्री फेज में पांच किलोवाट लोड रहने पर 1250 रुपये मात्र फिक्स्ड चार्ज लगेगा। शर्त है कि न्यूनतम मासिक शुल्क के रूप में 50 यूनिट की राशि देना पड़ता है।

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