news in rashtriya sahara 4 july 2015

बाढ़ र्थमल में 30 अरब के घपले को खंगाल रही सीबीआई



पटना/बाढ़ (एसएनबी)।
बाढ़ र्थमल पावर स्टेशन में तीन हजार करोड़ से ज्यादा के घपले से जुड़े फाइलों को खंगालने में सीबीआई की टीम जुट गयी है। टीम में शामिल अधिकारी दो दिनों से इस निर्माणाधीन तापघर में हुए हजारों करोड़ रपए के घोटाले को देख स्तब्ध हैं। जानकार बताते हैं कि टीम के अधिकारियों को समझ में नहीं आ रहा है कि जांच कहां से शुरू की जाए। ऐसे में दो दिनों से सीबीआई के डीआईजी के नेतृत्व में दिल्ली से आयी जांच टीम एनटीपीसी के बाढ़ र्थमल परिसर में डेरा डाले हुए है। शुक्रवार को भी टीम ने यहां के मेटेरियल डिपार्टमेंट और सप्लाई से जुड़ी फाइलों की जांच की और यहां के कई कंप्यूटर और दर्जनभर से ज्यादा डेटा कार्ड को जब्त किया है। बताया जाता है कि इसमें बड़े पैमाने पर अरबों रपए का टेंडर मैनेज किया गया है। साथ ही मेटेरियल सप्लाई में भी अरबों रपए का वारा न्यारा किया जा चुका है। इसमें यहां के कई बाहुबली विधायक, उनके समर्थक और इस र्थमल पावर स्टेशन के कई अधिकारियों की मिलीभगत प्रारंभिक जांच में उजागर हुई है। सूत्र बताते हैं कि जांच टीम इस तापघर के मेटेरियल डिपार्टमेंट और गोदाम समेत कई कार्यालयों को सील भी कर सकती है, जिससे सूबतों को घोटालेबाज नष्ट न कर सकें। सूत्रों ने बताया कि इतने बड़े घोटाले में सीबीआई को आधा दर्जन से ज्यादा प्राथमिकी दर्ज करनी पड़ सकती है, जिसमें कई बाहुबली विधायकों के अलावा उनके समर्थकों और यहां के अधिकारियों को नामजद किया जा सकता है। सीबीआई की जांच की आंच से चुनावी वर्ष में यहां का राजनीतिक समीकरण बिगड़ सकता है, क्योंकि कई बाहुबली विधायकों व उनके समर्थकों को जेल जाना पड़ सकता है। बाहुबली राजनेता बाकायदा कंपनी बनाकर यहां टेंडर मैनेज (शेष पेज 15 पर)करने से लेकर सप्लाई का ठेका लेते रहे और अधिकारियों की मिलीभगत से अब तक तीन हजार करोड़ रपए से ज्यादा का घोटाला कर चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की टीम अभी भी घोटाले से जुड़ी फाइलों को खंगाल रही है। इस संबंध में एनटीपीसी के उच्च प्रबंधन की शिकायत पर सीबीआई की टीम बृहस्पतिवार को दिल्ली से सीधे बाढ़ र्थमल पहुंची और घोटाले से जुड़े विभागों में छापेमारी शुरू कर दी, जो शुक्रवार की देर शाम तक जारी रही। इस दौरान टीम ने इस तापघर के कई अधिकारियों से भी पूछताछ की है, जिससे घोटाले की परतें खुलती जा रही हैं। सूत्रों ने बताया कि पिछले 15 वर्षो से बाढ़ एनटीपीसी परियोजना में टेंडर मैनेज के नाम पर दबंग ठेकेदारों द्वारा करोड़ो रपए का ठेका हथिया कर नियमों को दरकिनार करने का गोरखधंधा चल रहा था, लेकिन कोई जुबान तक नहीं खोल पा रहा था। बताया जाता है कि महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने के बाद अधिकारियों ने बाहुबलियों के निजी कंपनी के कार्यालयों में भी आपूत्तर्ि एवं टेंडर संबंधी दस्तावेज जब्त किए हैं। सीबीआई की टीम ने कई निर्माण साइटों पर भी जाकर उसकी गुणवत्ता और वर्तमान स्थिति की भी जांच की। यहां तक कि परिसर में बनी हुई सड़क को भी उखाड़कर जांच की गयी। इस जांच से एनटीपीसी के अधिकारी हैरान हैं क्योंकि पिछले डेढ़ दशक के दौरान परियोजना में इतने बड़े पैमाने पर जांच पड़ताल नहीं की गयी थी।

    

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