राजद की महारैली में विपक्षी दल के नेताओं ने मोदी के खिलाफ भरी हुंकार

पटना. पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान एक बार भी ऐसे समय भीड़ से खचाखच भर गया जब बिहार के लगभग 20 जिले में बाढ़ का पानी भरा है। मौका था राजद की भाजपा भगाओ देश बचाओ महारैली का। महारैली में मयावती के बसपा को छोड़ दे ंतो लगभग 17 दलों के नेता शामिल हुए। भीड़ ऐसी की पटना के मुख्य सड़कों पर चिटी रेंगने भर का जगह नहीं। सभी चैक-चैराहे मानों राजद के कार्यालय में तब्दील हो गए थे। अनुमान के मुताबिक लगभग 8 से 10 लाख लोग इस महारैली में शामिल हुए हैं। भीड़ से गदगल राजद अध्यक्ष ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। नीतीश को पर भी जमकर हमला बोला। रैली में खास यह रहा की नीतीश कुमार के जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य सभा सांसद शरद यादव एवं सांसद अली अनवर लालू के साथ मंच पर दिखे और नीतीश पर जमकर निशाना साधा। रैली में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी, पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, कांग्रेस के राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलामनवी आजाद, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सीपी जोशी, सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सांसद एस सुधाकर रेड्डी, सीपीआई सांसद डी राजा, आरएनएलडी के दुष्यंत चैटाला, रालोसद, डीएमके, एनसीपी, सपा के बड़े नेता मंच पर दिखे। सभी ने केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा व भाजपा नीत मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। सृजन घोटाले पर लालू ने नीतीश को घेरा, कहा पलटी मार है नीतीश
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भाजपा हटाओ देश बचाओ रैली में आये हुए तमाम कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने आपलोगों की पीठ पर लात मारा है। यह रैली 3 महीने पहले राजगीर में देश के वर्तमान हालात को देखते हुए तय की गई थी। उस समय गठबंधन था, जिसमें यह निर्णय हुआ कि 27 अगस्त को रैली का आयोजन किया जाये। लालू ने कहा कि फासिस्ट और कम्यूनल ताकत को दिल्ली की गद्दी से हटाना है। जब महागठबंधन किया था तो जानते थे कि नीतीश कुमार आदमी ठीक नहीं है। नीतीश गंजी और पायजामा पहनकर कर शरद जी के यहां घुमता था, आज यह आदमी कहता है कि लालू यादव को हमने बनाया। ये इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र थे, एक रूम में रहते थे। हम तो पटना यूनिवर्सिटी के जनरल सेक्रेट्री थे। सभी जाति और समाज के छात्रों ने मुझे वोट दिया। नीतीश कुमार का कोई सोंच और सिद्धांत नहीें है। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता घोषित कर दिया जाये, तो मैंने कहा कि आप ही कर दीजिए। चुनाव के समय अपने आधार वाले जगहों पर टिकट दिये। हर जगह घुम-घुम कर प्रचार किया। हमें 80 सीट मिला। जदयू को मात्र 71। कुछ लोगों ने हमसे कहा कि आपकी पार्टी को ज्यादा सीट आया तो सीएम कौन बनेगा। मैंने कहा कि मैं उसूलका पक्का हूं। नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री बनायेंगे। गरीबों ने मेरे चेहरे पर वोट दिया। हमने नीतीश को सीएम बनाया, कहा कि काम करने में कोई पेरशानी नहीं होगा। तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को कहा कि कोई गलत काम नहीं होने पाये, इसका ख्याल रखना। तेजस्वी के कारण ही जेपी सेतु समय पर बन पाया। लेकिन नीतीश को तेजस्वी से जलन हो गया। एकबार नीतीश मेरे घर आये और कहा कि हमें आशिर्वाद दे दीजिए। इस बार भर मुख्यमंत्री बना दीजिए। हम बना दिये। जब बन गया तो पैेंतरा लेने लगा। नीतीश को खतरा था तेजस्वी यादव से। इसलिए दिल्ली जाकर नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मिले। बिहार की बेटी मीरा कुमार को भी अपमानित करने का काम किया। नीतीश कुमार का सांठ-गांठ भाजपा से चल रहा था। लोग बोलते भी थे, लेकिन हम कहते थे कि ऐसा नहीं होगा। लेकिन नीतीश कुमार ने धोखा देने का काम किया। जिस शरद ने नीतीश को मंत्री बनाने का काम किया, वही नीतीश आज शरद को गलिया रहे हैं। नीतीश कुमार थाली लेकर बैठे रहे, लेकिन नरेंद्र मोदी ने लात मारकर ठुकरा दिया। जब नीतीश बीमार पड़े तब लगा कि कोई खतरनाक काम में लगा हुआ है। जब फोन किये तो आदमी बोला कि जब ठीक होंगे तब बात करेंगे। हमने बोला कि संयुक्त रूप से गठबंधन के विधायकों का मीटिंग कराओ। जब सीबीआइ का आदमी छापा मारने आया तो राबड़ी हमको फोन करके बोली। किस केस में आया, क्यों आया पता नहीं चला। उसी समय नीतीश राजगीर चले गये। भ्रष्टाचार पर जीरे टॉलरेंस की बात करने वाले नीतीश सृजन घोटोले पर कार्रवाई क्यों नहीं की। सुशील मोदी को भी इस बात की पूरी जानकारी थी। हम मांग करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज के संरक्षण में सीबीआइ इस केस की जांच करे।
लालू ने नीतीश पर व्यंग्य करते हुए कहा एगो छौंड़ी बुलकी, जने देखे दही चूडा, ओने जा के हुलकी। ये नीतीश कुमार की अंतिम पलटी है। इसके बाद वह कभी पलटी नहीं मार सकता है। नीतीश ने कहा कि हम शराबबंद कर देते हैं। हमने कहा कि आस-पड़ोस के राज्य में शराब बिक रहा है। शराब आना रूकेगा कैसे। हालत यह है कि घर-घर शराब पहुंचाया जा रहा है। हमने ताड़ी पर से टैक्स हटाया था, क्योंकि यह दलितों और पिछड़ों के लिए कमाई का साधन था।

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