जम्मू-कश्मीर: एक दिन में चार आतंकी हमले, 11 शहीद
जम्मू-कश्मीर: एक दिन में चार आतंकी हमले, 11 शहीद
फोटो: जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के जवान आतंकियों की घेराबंदी करते हुए हुए
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को चार आतंकी हमले हुए। सबसे पहले बारामूला के उरी में सेना के एक कैंप पर हमला
किया गया, जिसमें सेना के आठ और पुलिस के तीन जवान शहीद हो गए। सभी 6
आतंकवादी ढेर कर दिए गए। दूसरा हमला श्रीनगर के सौरा में हुआ। यहां सेना ने
एक आतंकी को मार गिराया। आतंकियों ने शोपियां में एक थाने पर ग्रेनेड
फेंका, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। इसके अलावा, दक्षिणी कश्मीर के ट्राल
इलाके में एक बस स्टैंड को आतंकियों ने निशाना बनाते हुए ग्रेनेड फेंका,
जिसमें एक व्यक्ति मारा गया, जबकि 7 नागरिक घायल हो गए। बता दें कि पीएम
मोदी सोमवार को विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यहां चुनाव प्रचार करने
पहुंचने वाले हैं। यहां विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के दौरान नौ दिसंबर को
मतदान होना है। उधर, सौरा पर हुए हमले को लेकर कश्मीर के आईजी एजी मीर ने
कहा, ''हमें इंपुट्स मिले थे कि आतंकी कश्मीर में कुछ बड़ी वारदात करने के
फिराक में थे। इस हालत से निपटने के लिए श्रीनगर पुलिस को बधाई।''
तड़के हमला शुरू
उत्तरी कश्मीर में बारामूला जिले के सीमावर्ती शहर उरी स्थित सैन्य
शिविर पर छह आतंकियों ने शुक्रवार तड़के साढ़े 3 बजे के करीब हमला कर दिया।
उन्होंने शिविर पर पहले हथगोले फेंके और बाद में अंधाधुंध गोलियां बरसानी
शुरू कर दी। शिविर के बाहर ही आतंकवादियों ने एक अधिकारी समेत दो
पुलिसकर्मियों को मार दिया। इसके बाद आतंकवादी शिविर में घुस आए। सेना ने
भी जवाबी कार्रवाई की। अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी
नहीं ली है।
राजनाथ ने पाकिस्तान पर साधा निशाना
पूरे मामले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, '''पाकिस्तान को इस तरह
की घटनाओं पर लगाम कसनी होगी। अगर वो ऐसा नहीं कर सकते तो हमें बताएं। ऐसा
क्यों हैं कि जो इस तरह की आतंकी घटनाओं में शामिल हैं, वे पाकिस्तान में
छिपे होते हैं? क्या पाकिस्तान को जवाब नहीं देना चाहिए।'वहीं,लेफ्ट नेता
सीताराम येचुरी ने कहा, ''सरकार हमें बताए कि उनका इस मुद्दे पर क्या रुख
है? यह हमारी आंतरिक सुरक्षा का मामला है।'',
हमलों की घटनाएं बढ़ीं
बता दें कि इससे कुछ दिन पहले भी श्रीनगर के लाल चौक पर आतंकियों ने
सेना के जवानों पर ग्रेनेड हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन निशाना चूकने
की वजह से वह पहले ही फट गया। इस हमले में 7 लोग घायल हुए थे। जबकि नवंबर
माह के अंत में जम्मू से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे अरनिया सेक्टर के
कथार गांव में भी आतंकियों ने सेना के खाली पड़े बंकर पर कब्जा कर फायरिंग
की थी, जिसमें सेना के तीन जवान और इतने ही स्थानीय नागरिक मारे गए थे,
जबकि कई घायल हुए थे।
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