संदेश

मई, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पीयू में अराजकता का जिम्मेवार कौन?

चित्र
आंदोलनरत समूह से बात नहीं करते हैं कुलपति विद्या सागर पटना यूनिवर्सिटी में सोमवार जो हुआ इसका जिम्मेवार कौन है? कुलपति, विविद्यालय प्रशासन, या छात्र। पीयू में हंगामा नया नहीं है। लेकिन प्रशासन व आंदोलनकारियों के बीच संवादहीनता का नया दौरा पीयू में चल पड़ा है। आंदोलन शांतिपूर्ण हो या अराजक। कुलपति किसी भी सूरत में बातचीत पसंद नहीं करते। शिक्षकों का आदोलन हो या कर्मचारियों का या फिर छात्रों का ही क्यों न हो। पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारी आंदोलनकारी को विवि प्रशासन से वार्ता के लिए तैयार भी करते हैं लेकिन कुलपति वात नहीं करते। सोमवार को हुई घटना पिछले महीने आर्ट कॉलेज से शुरू हुआ और आज गोली चलने तक पहुंच गया।  आज जो कुछ भी हुआ वह नहीं होना चाहिए था। पटना आर्ट कॉलेज के गलियारे से निकलते हुए यह कुलपति आवास के कैम्पस ही नहीं बेड रूम तक जा पहुंचा। यह भी अब न्याय मांगने का नया तरीका बन गया है और उसके जबाब में जो हुआ वह भी सुलझाने का नया है। खैर सुरक्षा गार्ड की गोली का कोई निशाना नहीं बना। इस घटना में अगर किसी छात्र की जान चली जाती तो क्या होता। पीयू भी ह...

भूख हड़ताल पर बैठे जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया की हालत बिगड़ी

चित्र
कन्हैया ने कहाः जारी रहेगी भूख हड़ताल नयी दिल्ली। भूख हड़ताल पर बैठे जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की आज हालत बिगड़ गई और उन्हें परिसर के  ही स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार के लिए ले जाया गया।  श्री कन्हैया का रक्तचाप गिरकर 56 रह गया और रक्त में ग्लूकोज का स्तर भी तेजी से घट गया। इसकी वजह से कन्हैया को लगातार उलटी होने लगी और उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में ही स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाया गया। केन्द्र में कन्हैया का प्रारंभिक उपचार किया गया। डाॅक्टरों का कहना है कि यदि कन्हैया ने भूख हड़ताल जारी रखी तो उनका स्वास्थ्य और खराब हो सकता है और आंतरिक रक्तस्राव की आशंका बनी हुई है।  कन्हैया ने भूख हड़ताल खत्म करने से इंकार कर दिया है जिसे देखते हुए डाॅक्टर उल्टी रोकने के इंजक्शन दे रहे हैं। गौरतलब है कि हड़ताली छात्रों के गिरते स्वास्थ्य को देखते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति ने कल उनसे भूख हडताल खत्म करने की अपील की थी। विश्वविद्यालय में इस वर्ष नौ फरवरी को हुये एक कार्यक्रम के दौरान देश विरोधी नारो...

अंकों के जोड़ में गड़बड़ाया बिहार बोर्ड !

चित्र
आरटीआई से कॉपी की छायाप्रति मांगने पर सामने आई लापरवाही वीक्षक ने गणित में दिये 41 की जगह 33 अंक रिटोटलिंग के लिए आवेदन देने के बाद भी सही से नहीं जोड़ा अंक,  पूर्व में दिये गये नंबर को ही रिटोटलिंग के बाद भी कर दिया जारी वर्ष 2015 की मैट्रिक परीक्षा के गणित की कॉपी में नालंदा के हर्षदीप को बोर्ड ने दिये कुल 33 अंक तीन प्रश्नों के सही उत्तर के बाद भी नहीं जोड़ा गया अंक बोर्ड के सचिव से छात्र ने लगायी गुहार मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा का रहने वाला है छात्र  फिर से रिटोटलिंग के लिए खा रहा दर-दर की ठोकरें   विद्या सागर पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कॉपियों पर दिये गये नंबर को भी जोड़ने नहीं आता है! कॉपियों के मूल्याकंन भी लगता है कि बोर्ड के वीक्षक आंख मूंद कर अपना काम करते हैं। बिहार बोर्ड की यह लापरवाही आरटीआई के तहत मांगी गयी सूचना में सामने आयी है। नालंदा जिले के हिलसा के रहने वाले ब्रज किशोर प्रसाद सिन्हा के पुत्र हर्षदीप ने वर्ष 2015 में मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा दी। रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद हर्षदीप ने गणित विषय में 33...

मोदी जी वादे पूरे नहीं कर पाए : कन्हैया

चित्र
आरएसएस हिन्दुओ का भी भला नही चाहता मेरे पास बैंक में है 200 रूपये, आईफोन तो दूर सिम्पल फोन तक नही रखते समान स्कूल प्रणाली व सबको रोजगार के लिए देश में छेड़ेंगे आंदोलन रोहित एक्ट के लिए जारी रहेगी लड़ाई मोदी जी चुनिंदा उद्योगपतियों को पहुँचा रहे है लाभ    विद्या सागर  पटना | जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ अध्यक्ष व एआईएसएफ नेता कन्हैया कुमार रविवार को पीएम मोदी व आरएसएस पर जमकर बरसे। कन्हैया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना कोई भी वादा पूरा नहीं कर पाए हैं। श्री कुमार ने पटना में एआईएसएफ व एआईवाईएफ द्वारा श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित आजादी कार्यक्रम में कहा कि "महंगाई से कोई राहत नहीं मिली है, न तो लोगों को रोजगार मिला है।" इस कार्यक्रम में कन्हैया को काले झंडे दिखाए गए कन्हैया ने कहा कि बोलने की आजादी उनका अधिकार है। उन्होंने कहा कि मोदी ने दूसरे देशों में जमा काले धन को वापस लाने का वादा किया था और कहा था कि प्रत्येक व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपये जमा कराए जाएंगे। कन्हैया ने अपने 80 मिनट के भाषण में कहा, "मैं हर रोज...