संदेश

2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पीयू में छात्र को आत्मदाह से रोकने पर भड़के समर्थक, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

चित्र
पीयू में छात्र को आत्मदाह से रोकने पर भड़के समर्थक, पुलिस ने किया लाठीचार्ज विद्या सागर  पटना। पटना कॉलेज के छात्र आफताब आलम ने तीन दिन पहले पटना विवि प्रशासन को धमकी दी थी कि उसका नामांकन नहीं लिया गया तो वह पीयू मुख्यालय में आत्मदाह कर लेगा। बुधवार को आफताब पीयू मुख्यालय पहुंचा। आफताब के आने से पहले ही उसके समर्थन में कई छात्र संगठनों के छात्र ने पीयू प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया था। पुलिस भी पहले से कैंपस में किसी अनहोनी को रोकने के लिए पहुंची हुई थी। आफताब दोपहर 3.15 बजे जैसे ही पीयू कैंपस में पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसी दौरान छात्रों और पुलिस के बीच खींचतान शुरू हुई। पुलिस ने आपा खोया और छात्रों पर अंधाधुंध लाठीचार्ज कर दी। कुछ छात्र भी बचते बचाते पुलिस से भिड़ गए। पल भर में पूरा पीयू मुख्यालय छात्र पुलिस के बीच रणक्षेत्र में बदल गया। इस दौरान कई छात्रों समेत कुछ पुलिस वालों को भी चोटें आईं। आखिरकार पुलिस ने आफताब समेत उसके कुछ समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। क्या है मामला पटना कॉलेज के दर्शनशास्त्र स्नातक द्वितीय वर्ष के छात

गणित का डर दूर करेगा सीबीएसई

 गणित का डर दूर करेगा सीबीएसई 16 से 22 दिसम्बर तक स्कूलों में गणित में रुचि बढ़ाने के लिए होंगे कार्यक्रम बोर्ड ने स्कूलों को पांच दिनों के कार्यक्रम का भेजा पत्र विद्या सागर पटना। गणित के सवालों से छात्र-छात्राएं बहुत परेशान होते हैं। उन्हें हल करने के प्रयास में कई पन्ने काले हो जाते हैं। पर, अब छात्रों को गणित के सवाल परेशान नहीं करेंगे। सीबीएसई की ओर से उनके लिए अच्छी खबर है। सीबीएसई गणित को लेकर बच्चों के डर को खत्म करने जा रहा है। गणित में बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ग्रोइंग एप्टीटूड इन न्यूमेरिकल इनोवेशन एंड ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत अगले सप्ताह से स्कूलों में कई गतिविधियां चलाई जाएंगी। इस माह की 22 तारीख को महान गणितज्ञ रामानुजम की जयंती है। उन्हें याद करने के साथ ही गणित को रोचक बनाने के उद्देश्य से स्कूलों में 16 से 22 दिसम्बर तक गणित पर गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश सीबीएसई ने दिए हैं। इस दौरान 16 दिसम्बर को प्रख्यात वैज्ञानिकों का गणित पर व्याख्यान, 17 दिसम्बर को निबंध प्रतियोगिता, 19 को इनोवेशन पर शिक्षकों और छात्रों के अनुभवों क

artical of jansatta

चित्र

जेईई मेन का ऑनलाइन फॉर्म भरना हुआ महंगा

चित्र
जेईई मेन का ऑनलाइन फॉर्म भरना हुआ महंगा दोगुनी हुई फीस लाखों प्रतियोगी छात्रों पर बढ़ा बोझ पिछले साल छात्राओं को नहीं देनी पड़ी थी फीस 18 दिसम्बर तक किए जा सकेंगे ऑनलाइन आवेदन   विद्या सागर पटना। आईआईटी, एनआईटी और ट्रिपल आईटी में नामांकन के लिए प्रस्तावित ज्वाइंट इंट्रेंस टेस्ट (जेईई) मेन 2015 का ऑनलाइन आवेदन फार्म भरना महंगा हो गया है। बीई या बीटेक (एक पेपर) का ऑफलाइन पेपर देने वाले सामान्य और ओबीसी संवर्ग के छात्र को इस बार 1000 रुपये फीस देनी होगी। लड़कियों की फीस 500 रुपये रखी गई है। एससी, एसटी और विकलांग छात्रों के आवेदन फॉर्म की फीस 500 रुपये है। पिछली बार लड़कियों से फीस नहीं ली गई थी। सामान्य, ओबीसी संवर्ग के लड़कों की फीस भी 500 रुपये थी। इस बार इसमें 50 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई है। जेईई मेन के ऑनलाइन आवेदन फार्म 18 दिसम्बर तक भरे जा सकेंगे। सीबीएसई ने इसका पूरा ब्यौरा वेबसाइट 2015 पर उपलब्ध कराया है। यह पहला मौका है, जब क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से फीस जमा करने की सुविधा दी गई है। क्रेडिट कार्ड से फीस जमा करने पर 1.20 फीसद सर्विस टैक्स क

मोदी के कारपोरेट-राज के खिलाफ जनआंदोलनों द्वारा साझी लड़ाई की तैयारी

चित्र
मोदी के कारपोरेट-राज के खिलाफ जनआंदोलनों द्वारा साझी लड़ाई की तैयारी ओडिशा के जगतसिंहपुर के ढिंकिया से लैट कर विद्या सागर   देश में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनते ही कारपोरेट-राज की स्थापना और तेज हो गयी। सत्ता में आते ही भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए देश का दरवाजा खोल दिया। इंसोरेशन सेक्टर, रक्षा, रेलवे में 100 प्रतिशत एफडीआई लागु कर प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया का नारा दिया। विदेशी कंपनियों द्वारा पूर्व की कांग्रेस सरकार में जहां एमओयू पर दस्खत हो चुके उसे मोदी ने सत्ता में आते ही प्रोजेक्ट लगाने के लिए अपनी पुरी ताकत के साथ मद्द देने का उन कंपनियों को भरोसा दिया। पिछले दिनों मैं ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के ढिंकिया गाँव में गया था। इस इलाके में दक्षिण कोरिया की पाॅस्को कंपनी स्टील प्रोजेक्ट लगाने वाली है। इसके लिए 4004 एकड़ भूमि की जरूरत कंपनी को है। पाॅस्को प्रोजेक्ट से सात गांव ढ़किया, गोविंदपुर, नुआगांव, नुडियासाई, पोलांग, मुडिया पाडा, बायानड कंधा के 22 हजार ग्रामवासी प्रभावित हो रहे है। प्रोजेक्ट के लिए कुल मिलाकर 4004 एकड जमीन का अधि

बिजली दरें बढ़ाकर जोर का करंट लगाने की तैयारी

बिजली दरें बढ़ाकर जोर का करंट लगाने की तैयारी पटना : विद्युत दर में एक अप्रैल 2015 से वृद्धि होने वाली है। विद्युत कंपनी के प्रस्ताव से छोटे-छोटे व्यवसायियों की परेशानियां बढ़ गई है। व्यवसायियों का कहना है कि घरेलू उपभोक्ताओं की तरह न्यूनतम मासिक विद्युत शुल्क हटा दिया जाये और फिक्स्ड चार्ज में वृद्धि न किया जाए। व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। अधिकांश व्यवसायियों का कहना है कि न्यूनतम 50 यूनिट खर्च नहीं कर पाते हैं। जितना बिजली का उपभोग करें उतना का बिल लिया जाए। थ्री फेज की श्रेणी में पांच किलोवाट से लेकर 70 किलोवाट तक लोड तक के उपभोक्ता आते हैं। इससे सभी तरह के छोटे व्यवसायी प्रभावित होंगे। कमर तोड़ेगी बिजली कॉमर्शियल कॉमर्शियल कनेक्शन लेने पर कम से कम 557 रुपये खर्च करना पड़ेगा। बिजली का इस्तेमाल न करने पर भी 50 यूनिट बिजली का चार्ज लगेगा। खोमचा, गुमटी और छोटे दुकान वाले अगर अपनी दुकानें बंद रखते हैं तो भी 557 रुपये का बिल देना पड़ेगा। 100 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 870 रुपये, 200 यूनिट पर 1533 रुपये, 300 यूनिट बिजली खर्च करने पर 2246 रुपये देना पड़ेगा। पांच

पेंट गोदाम में लगी भीषण आग

चित्र
पेंट गोदाम में लगी भीषण आग   पटना। कदमकुंआ थानाक्षेत्र स्थित हरहरा कोठी के पेंट गोदाम में शनिवार देर शाम भीषण आग लग गई। सूचना मिलने पर जब तक कंकड़बाग फायर स्टेशन से दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया। फिलहाल मौके पर दमकल की दो गाडिय़ां आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है। आग ने आसपास के मकानों को भी चपेट में ले लिया है। कमदकुंआ क्षेत्र में हरहरा कोठी में पेंट का गोदाम है। देर शाम गोदाम से आग की भीषण लपटे उठती देख आसपास के लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। घटना स्थल से करीब ढाई किलोमीटर दूर स्थित कंकड़बाड़ फायर स्टेशन से दो गाडिय़ां मौके पर पहुंची तब तक आग फैल चुकी थी। आग बुझाने के दौरान एक गाड़ी में पानी खत्म हो गया, जिसके कारण उसे वापस स्टेशन लौटना पड़ा। फायरकर्मियों ने मुहल्ले की बिजली आपूर्ति बंद करवा दी है। शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने का कारण बताया जा रहा है।

सोना के भाव बिकेगी धान की भूसी

सोना के भाव बिकेगी धान की भूसी औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले के किसान एवं राइस मिल मालिकों की हालत बदलने वाली है। औरंगाबाद के जसोइया स्थित औद्योगिक परिसर में सीहाक एग्रो फैक्ट्री के बाद गुरुवार को बारुण में सौर ऊर्जा एवं बायोमास के संयुक्त बिजली संयत्र का निर्माण शुरू होने से किसान एवं राइसमिलरों में आस जगी है। अब तक धान की भूसी का जलावन में हो रहे उपयोग की जगह बिजली बनाने में किया जाएगा। बिजली संयत्र का निर्माण कार्य कर रही कंपनी सी स्टेप के कार्यपालक निदेशक डा. अंशु भारद्वाज ने बताया कि बायोमास के बनाने में धान की भूसी एवं चावल का छिलका का उपयोग किया जाएगा। कोयला एवं पानी की कमी, ग्लोबल वर्मिग, प्रदूषण को देखते हुए सोलर बायोमास थर्मल पावर के निर्माण पर जोर दिया जा रहा है। बायोमास के माध्यम से रात्रि में भी बिजली का उत्पादन होगा। बायोमास में उपयोग होने वाली धान की भूसी एवं चावल का छिलका जिले के अलावा दूसरे जिले के किसान एवं राइस मिल मालिकों से लिया जाएगा। सीहाक एग्रो के एमडी रजनीकांत राय ने बताया कि फैक्ट्री में रिफाइन का रा मैटेरियल तैयार किया जाता है। यह मैटेरियल चा

गर्भवती गैंगरेप पीड़िता को पंचायत ने कहा- 50 हजार लो, अबॉर्शन कराओ

चित्र
गर्भवती गैंगरेप पीड़िता को पंचायत ने कहा- 50 हजार लो, अबॉर्शन कराओ फोटो: प्रतीकात्मक प्रयोग।   पटना. बिहार की एक पंचायत ने गैंगरेप की शिकार नाबालिग लड़की को 50 हजार रुपए लेकर सात महीने के गर्भ को गिराने का फरमान सुनाया है। लड़की के साथ गांव के ही रहने वाले चार सगे भाइयों ने गैंगरेप किया था। घटना किशनगंज जिले की पाकोला पलाशमणि ग्राम पंचायत की है। पीड़ित लड़की के मां-बाप मजदूरी करते हैं। किशनगंज की पुलिस अधिकारी श्वेता गुप्ता के मुताबिक, 16 वर्षीय पीड़ित लड़की ने अपनी मां के साथ आकर शिकायत दर्ज कराई है। लड़की का दावा है कि जब न्याय और आरोपियों के लिए सजा की मांग करते हुए वह पंचायत पहुंची तो उसे गर्भपात कराने को कहा गया। पुलिस के मुताबिक, लड़की जब अपने घर में अकेली थी, तब पास में ही रहने वाले चार सगे भाई लड़की को जबरन उठाकर जंगल में ले गए और गैंगरेप किया। इसके बाद पीड़ित लड़की को धमकी दी कि अगर वो किसी से इस बारे में चर्चा करेगी तो उसे और उसकी मां को मार दिया जाएगा। लड़की ने डर की वजह से इस घटना की चर्चा अपनी मां से नहीं की, लेकिन जब वह प्रेग्नेंट हो गई तो सारा मामला सामने

छठें फिल्म महोत्सव का रंगारंग आगाज

चित्र
छठें फिल्म महोत्सव का रंगारंग आगाज पटना। कालीदास रंगालय में शुक्रवार को तीन दिवसीय छठें फिल्म महोत्सव का रंगारंग आगाज हो गया। मुख्य अतिथि प्रोफेसर आनंद तेल्तुंबड़े ने महोत्सव का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रोफेसर आनंद ने कहा कि सिनेमा जागरुकता का सतत माध्यम है। इसे गांव तक पहुंचाने की ओर ध्यान दिया जाना चाहिए। मुख्य अतिथि ने कहा कि बॉलीवुड के अलावा भी सिनेमा की एक दुनिया है, लेकिन जागरुकता के अभाव में इस बारे में कम ही लोगों को जानकारी है। संचार के क्षेत्र में सिनेमा को सबसे सशक्त माध्यम बताया। फिल्म महोत्सव के पहले दिन मराठी फिल्म फ्रैंडी और मृत्यु ओपट्टिका नहीं है का प्रसारण किया जाएगा। उद्घाटन के दौरान मणिकांत ठाकुर, संजय जोशी, आलोक धनवा, मनोज कुमार सिंह, अशोक चौधरी आदि मौजूद रहे।

जम्मू-कश्मीर: एक दिन में चार आतंकी हमले, 11 शहीद

चित्र
जम्मू-कश्मीर: एक दिन में चार आतंकी हमले, 11 शहीद फोटो: जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के जवान आतंकियों की घेराबंदी करते हुए हुए    श्रीनगर: जम्मू - कश्मीर में शुक्रवार को चार आतंकी हमले हुए। सबसे पहले बारामूला के उरी में सेना के एक कैंप पर हमला किया गया, जिसमें सेना के आठ और पुलिस के तीन जवान शहीद हो गए। सभी 6 आतंकवादी ढेर कर दिए गए। दूसरा हमला श्रीनगर के सौरा में हुआ। यहां सेना ने एक आतंकी को मार गिराया। आतंकियों ने शोपियां में एक थाने पर ग्रेनेड फेंका, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। इसके अलावा, दक्षिणी कश्मीर के ट्राल इलाके में एक बस स्टैंड को आतंकियों ने निशाना बनाते हुए ग्रेनेड फेंका, जिसमें एक व्यक्ति मारा गया, जबकि 7 नागरिक घायल हो गए। बता दें कि पीएम मोदी सोमवार को विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यहां चुनाव प्रचार करने पहुंचने वाले हैं। यहां विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के दौरान नौ दिसंबर को मतदान होना है। उधर, सौरा पर हुए हमले को लेकर कश्मीर के आईजी एजी मीर ने कहा, ''हमें इंपुट्स मिले थे कि आतंकी कश्मीर में कुछ बड़ी वारदात करने के फिराक म

बेटा मिड डे मिल में व्यस्त बाप दारू पीकर मस्त

बेटा मिड डे मिल में व्यस्त बाप दारू पीकर मस्त मियाद बढ़ने के बाद 17 वें दिन भी औरंगाबाद मंडल कारा में माओवादी बंदियों का धरना जारी बंदियो ने कहा-सरकार गरीब बच्चों से छीन रही कलम  विद्या सागर पटना। बेटा मिड डे मिल में खाने में व्यस्त में है। उसका बाप आज दारू पीकर मस्त है। उक्त बातें आज औरंगाबाद मंडल कारा में विगत 17 दिनों से मणिपुर में लागंू सषस्त्र बंल विषेषाधिकार अधिनियम(अफसपा) को हटाने की मांग को लेकर धरना पर बैठे माओवादी नेता विवके यादव ने कहा। बतातें चलें कि 14 वर्षो से आमरण अनषन कर रही सामाजिक कार्यकर्ता ईरोम शर्मिला के अनषन को समाप्त कराने समेंत 20 सुत्री मांगो को लेकर औरंगाबाद मंडल कारा में कुछ बंदियों द्वारा दिया जा रहे आंदोलन का दूसरे चरण के तीसरे दिन भी बंदियों का धरना जारी रहा। इस प्रकार बंदियों का धरना आज 17 वें दिन भी जारी है। फर्क सिर्फ इतना है कि बंदी अब आंदोलन के दौरान प्रतिदिन एक शाम के भोजन का परित्याग कर रहे हैं। इस कड़ी में बंदियों ने आंदोलन के 17 वें दिन भी जेल के अंदर धरना दिया। इस संबंध में मंडल कारा से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बंदी सुजीत पाठक ने कहा है

कॉलेजों में ई-लाइब्रेरी का सपना अधूरा

चित्र
कॉलेजों में ई-लाइब्रेरी का सपना अधूरा धूल फांक रहे राज्य सरकार से कॉलेजों को मिले कम्प्यूटर सेट विद्या सागर पटना। राज्य सरकार ने शोध को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज के पुस्तकालयों को इंटरनेट से जोड़ने की योजना बनायी। इसके तहत सरकार ने कॉलेजों में कम्प्यूटर सेटों की आपूत्तर्ि भी की लेकिन कुछ कॉलेजों को छोड़कर अधिसंख्य में पुस्तकालयों को इंटरनेट से जोड़ा ही नहीं गया। इसके चलते सरकारी कम्प्यूटर कॉलेजों के पुस्तकालयों धूल फांक रहे हैं। पटना विवि के पटना कॉलेज, साइंस कॉलेज, वाणिज्य महाविद्यालय, पटना कला एवं शिल्प महाविद्यालय, लॉ कॉलेज के अलावा मगध विवि के भी कई कॉलेजों में राज्य सरकार ने 20-20 कम्प्यूटर सेट उपलब्ध कराये थे। इंटरनेट की व्यवस्था कॉलेज को स्वयं करनी थी। इसके बाद कॉलेज को ई-लाइब्रेरी की सुविधा के लिए इंटरनेट व इंफॉरमेशन एंड लाइब्रेरी नेटवर्क में रजिस्ट्रेशन कराना था। रजिस्ट्रेशन होते ही नेटवर्क कॉलेज को यूजर आईडी व पार्सवड देता। इसके एवज इंटरनेट व इंफॉरमेशन एंड लाइब्रेरी नेटवर्क को राशि भुगतान करना होता। कॉलेज द्वारा इस दिशा में सार्थक पहल नहीं कि ये जाने

news of vidya sagar in rashtriya sahara 21.11.2014

चित्र

इरोम शर्मिला के समर्थन में बंदियों का धरना 10 वें दिन भी जारी

इरोम शर्मिला के समर्थन में बंदियों का धरना 10 वें दिन भी जारी औरंगाबाद। इरोम शर्मिला के समर्थन में 7 नवंबर से धरना पर बैठे बंदियों का धरना 11 वें दिन भी जारी रहा। बंदी प्रमोद मिश्रा, नथुनी मिस्त्री, विवेक यादव, अवधेश यादव ने कहा कि इरोम को सरकार न्याय नहीं दे रही है। प्रकरण लोकतांत्रिक धर्मयुद्ध है। पुलिसिया दमन से इज्जत बचाने के लिए वह संघर्ष कर रही है। यह लड़ाई तब तक चलती रहेगी जब तक न्याय नहीं मिल जाता है। बंदियों ने कहा कि इरोम के समर्थन में हम साथ खड़े हैं। न्याय के लिए संघर्ष करते रहेंगे। हम किसी भी कीमत पर लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देंगे। द्रौपदी का चीरहरण होते नहीं देख सकते। इरोम सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम के विरोध में आंदोलन कर रही हैं, जो देश हित में है। राजेश्वर पांडेय, नारायण सिंह, रामदयाल दास, फिरोज खान, छोटू रजक, सत्येंद्र यादव, सुनील खत्री, अवधेश यादव, रामजीत राम, जटू राम, दारा भुईयां उपस्थित रहे। सभी ने कहा कि पहले चरण में आंदोलन 22 नवंबर तक चलेगा। बंदी दीनानाथ प्रजापति, सुनील खत्री, सूबेदार यादव, रामजन्म यादव, सीताराम भुईयां ने कहा कि पुलिसिया दम

पुलिस क़ानून को हाथ में लेते हुए मीडियाकर्मियों पर ही शर्मनाक कार्यवाई कर रही है।

हरियाणा की नयी सरकार अपने पहले इम्तिहान में असफल हो गयी है। अदालत की खुलेआम अवमानना हो रही है। पुलिस क़ानून को हाथ में लेते हुए मीडियाकर्मियों पर ही शर्मनाक कार्यवाई कर रही है। बाबा खुद में क़ानून बन गए हैं और हमारा कानून असहाय दिख रहा है। हिसार ज़िले में बरवाला का ये प्रकरण इस बात का सबूत है कि हरियाणा में कानून-व्यवस्था जैसी कोई चीज़ नहीं बची है। हरियाणा सरकार का इस मुद्दे के प्रति रवैये से पुलिस या अदालत ही नहीं, पूरा देश असहाय महसूस कर रहा है। बरवाला की ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना एक गहरी और चिंतित करने वाली बात सामने लाता है। क्यों एक बाबा की गिरफ्तारी को इतना बड़ा स्वरुप दे दिया गया है? वोट-बैंक की राजनीति के नाम पर बाबाओं से पार्टियों के गठबंधन का कानून-व्यवस्था पर क्या प्रभाव पर सकता है? अदालत का सहयोग कर रहे वक़ील ने भी राज्य सरकार के आचरण पर सवाल उठाते हुए सचेत किया था कि सरकार जिस तरह इस मुद्दे को संभाल रही है उससे अराजकता और अव्यवस्था का माहौल बनेगा। रविवार को जब बाबा रामपाल की गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी तो सरकार ने शाम 7:30 बजे पुलिस बल में ही कमी कर दी थी।

गुलशन व अमरेंद्र ने लहराया परचम

चित्र
गुलशन व अमरेंद्र ने लहराया परचम परमाणु ऊर्जा विभाग की निबंध प्रतियोगिता में भौतिकी विभाग के आजाद हिंद गुलशन नंदा को मिला देश भर में तीसरा पुरस्कार  होमी भाभा सें टर फॉर साइंस एजुकेशन में रिसर्च के लिए भौतिकी के छात्र अमरेन्द्र भंडारी का चयन   विद्या सागर  पटना (एसएनबी)। साइंस कॉलेज के दो छात्रों ने देश में बिहार की प्रतिभा का लोहा मनवाया है। कॉलेज में भौतिकी विभाग के छात्र व पटना सिटी निवासी आजाद हिंद गुलशन नंदा ने भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता में देश भर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। परमाणु उर्जा विभाग द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता का विषय था ‘सतत विकास में परमाणु ऊर्जा का भविष्य।’ निबंध प्रतियोगिता के प्रथम चरण में देश भर से 12 छात्रों का चयन किया गया। प्रथम चरण में उत्तर भारत से दो छात्रों का चयन हुआ, जिसमें साइंस कॉलेज में भौतिकी विभाग के छात्र आजाद हिंद गुलशन नंदा व बीएचयू से एक छात्र है। आजाद हिंद गुलशन नंदा ने ‘राष्ट्रीय सहारा’ से बातचीत में बताया कि फाइनल राउंड में चयन के लिए देश के नामी-गिरामी 12 जज थे। इस राउ

जदयू को संसद में समर्थन करेगी माकपा: प्रकाश करात

चित्र
जदयू को संसद में समर्थन करेगी माकपा: प्रकाश करात   पटना। माकपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रकाश करात ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी संसद में जदयू के साथ रहेगी। चुनाव में गठबंधन पर बाद में विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में आज भी महादलितों पर अत्याचार देखा जाता है। इस पर राज्य सरकार को कदम उठाना चाहिए। गौरतलब है कि पिछले दिनों दिल्ली में नीतीश, मुलायम, एचडी देवगौड़ा की एक साथ बैठक हुई थी। बैठक में जनता परिवार को एक साथ लाने पर विचार किया गया था। इस बैठक के बाद प्रकाश करात ने इस पहल की तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि देश को साम्प्रदायिक ताकतों से बचाने के लिए धर्मनिर्पेक्ष ताकतों को एक साथ आना चाहिए।

पटना साइंस कॉलेज- स्वर्णिम अतीत स्याह वर्तमान

पटना साइंस कॉलेज- स्वर्णिम अतीत स्याह वर्तमान 15 नवम्बर, 1928 को तत्कालीन लार्ड इरविन ने की थी स्थापना  साइंस स्ट्रीम में देश में उच्च शिक्षा का प्रतिष्ठित संस्थान केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा, पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई दिग्गजों ने यहां से की है पढ़ाई फिलहाल 100 स्वीकृत पदों के बदले महज 32 शिक्षक हैं कार्यरत विद्या सागर पटना (एसएनबी)। आजादी के पहले से लेकर बाद तक उच्च शिक्षा के साइंस स्ट्रीम में अलग पहचान रखने वाले सूबे के पटना विवि के पटना साइंस कॉलेज का अतित स्वर्णीम रहा है। हालांकि कॉलेज की वर्तमान स्थिति को स्याह ही कहा जा सकता है। शुरूआत में यह पटना विवि के विज्ञान विभाग के रूप में अस्तित्व में आया। इस कॉलेज के नींव का पत्थर 15 नवम्बर, 1928 लार्ड इरविन ने रखा। तब से पटना साइंस कॉलेज भारत में उच्च शिक्षा के प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में जाना गया। राजधानी के अशोक राजपथ पर 28.32 एकड़ जमीन में साइंस कॉलेज का परिसर है। विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिकों और गणितज्ञ के नाम पर कॉलेज में पांच छात्रावास हैं। कॉलेज में दो खेल के मैदान, व्यायाम

सौ-डेढ़ सौ में बिक गेलो, सरमो न आ रहल हे..

  सौ-डेढ़ सौ में बिक गेलो, सरमो न आ रहल हे..  विद्या सागर पटना (एसएनबी)। सौ-डेढ़ सौ में बिक गेलो, सरमो न आ रहल हे। चेला से पइसा ले-ले के गुरू अब कमा रहल हे। गुरू-शिष्य के मिटल परम्परा, कलजुग में उधिआयल। जुग निरमाता के कंधा पर रूपिया हे चढ़ आयल। मगही के हस्ताक्षर कवि हरीन्द्र विद्यार्थी ने इस कविता के माध्यम से मौलाना आजाद की जयंती पर आयोजित शिक्षा दिवस समारोह में गुरूिशष्य सबंधं व वर्तमान शिक्षा व्यवस्था पर प्रहार किया। प्रेमचंद रंगशाला में मगही, भोजपुरी व मैथिली कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था। कवि दयाशंकर बेधड़क ने पुरनके चावल पंथ पर हे कविता प्रस्तुत किया। बेधड़क जी ने संसद से लेकर संतों तक की करतूत को उजागर किया। कवि परमेश्री जी ने आव हमरा अंगना में, बात बहुत बतियावे के शीर्षक कविता प्रस्तुत किया। मगही अकादमी के अध्यक्ष व मगही के प्रख्यात कवि उदय शंकर शर्मा ने छोट ही में लगलई पिरितिआ, पिरितिया जबान हो गेलक्ष् शीर्षक कविता कर जमकर तालियां बटोरीं। कवि दीनबंधु ने इ परेम पढुईया पढ़ावे कविता प्रस्तुत किया। मगही के कवि राकेश प्रियदर्शी, उमेश बहादुर होरी, चंद्र प्रकाश माया, बालेश्वर

इरोम शर्मिला के समर्थन में औरंगाबाद जेल के कैदी कर रहे आंदोलन

चित्र
इरोम शर्मिला के समर्थन में औरंगाबाद जेल के कैदी कर रहे आंदोलन औरंगाबाद। मणीपुर की आरयन लेडी इरोम शर्मिला के अनशन के समर्थन में औरंगाबाद जेल के कैदी भी आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन पिछले 7 नवंबर से चल रहा है। 21 नवंबर तक कैदी जेल में आंदोलन करेंगे। बंदी प्रमोद मिश्रा, मृत्युंजय मिश्रा, नथुनी मिस्त्री के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे बंदियों ने बताया कि अगर 21 नवंबर तक कोई निर्णय नहीं लिया गया तो 22 से आंदोलन तेज किया जाएगा। आंदोलन के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार जिम्मेवार है। धरना पर बंदी अविनाश कुमार, रामजी, अशोक, नेपाली, अवधेश, बबन, रामप्रवेश, अजय एवं फिरोज उपस्थित रहे। उधर भ्रष्टाचार प्रतिरोध मोर्चा के संयोजक आलोक कुमार ने बंदियों के आंदोलन का समर्थन किया है। अपने बयान में कहा है कि इरोम शर्मिला को न्याय मिलना चाहिए। आंदोलन को लेकर राजनीतिक दल के नेताओं से भी बात चल रही है।

गर्ल्स हॉस्टल संचालकों की मनमानी पर लगे रोक

चित्र
 गर्ल्स हॉस्टल संचालकों की मनमानी पर लगे रोक बेगूसराय में एआईएसएफ का राज्यस्तरीय छात्रा कन्वेंशन 15-16 नवम्बर को सम्मेलन के लिए पोस्टर जारी करते एआईएसएफ के प्रतिनिधि।   विद्या सागर पटना (एसएनबी)। राजधानी समेत राज्य के जिलों में संचालित निजी गर्ल्स हॉस्टलों में छात्राएं नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। निजी गर्ल्स हॉस्टल संचालक मनमानी तरीके से किराया वसूलते हैं और घटिया भोजन देते हैं। राज्य सरकार सभी जिला मुख्यालयों एवं प्रखंडों में छात्राओं के लिए छात्रावास की व्यवस्था करे ताकि वे बेहतर जीवन जी सकें। यह बातें शुक्रवार को जनशक्ति भवन में एआईएसएफ के आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संगठन की राष्ट्रीय परिषद की सदस्य निशा सिंह ने कहीं। उन्होंने राज्य की छात्राओं से इन मुद्दों को लेकर बेगूसराय में 15-16 नवम्बर को हो रहे एआईएसएफ के राज्यस्तरीय छात्रा कन्वेंशन भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि एआईएसएफ ने छात्राओं की समस्याओं पर केंद्रित होकर संघर्ष की रणनीति बनाई है। संवाददाता सम्मेलन में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष परवेज आलम ने कहा कि कन्वेंशन के पहले दिन रैली निकाली जाएगी जिसमें राज्यभ

कोचिंग संस्थानों के जाल में फंस रहे छात्र विद्या सागर

चित्र
कोचिंग संस्थानों के जाल में फंस रहे छात्र   विद्या सागर पटना। जमाना विज्ञापन और मार्केटिंग का है। विज्ञापन व मार्केटिंग के महत्व को राजधानी के कोचिंग संस्थानों ने अच्छी तरह समझ भी लिया है। इसी वजह से वे अपने अजीब स्लोगनों से छात्रों को दिग्भ्रमित करते हैं। अशोक राजपथ, बोरिंग रोड, राजाबाजार, बाजार समिति इलाके में कोचिंग संस्थानों का जाल फैला हुआ है। इन इलाकों में जिधर नजर जाती है, कोचिंग संस्थानों के अजब-गजब विज्ञापन दिख जाते हैं। सबकी अपनी पंचलाइन है। कोई तीन महीने में धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलना सीखा रहा है, तो कोई ढाई महीने में गधे को पीओ बनाने की गारंटी दे रहा है। विज्ञापनों में चयन नहीं होने पर मनी बैक तक की गारंटी भी दी जा रही है। एक स्लोगन पर गौर करें। ‘हीरोशिमा शहर जो उड़ा दे, उसे परमाणु कहते हैं, गधे को भी जो ढाई महीने में पढ़ा कर बैंक पीओ बना दे उसे ..कहते हैं’। पटना विवि के समीप स्थित एक कोचिंग संस्थान इसी अंदाज में बेरोजगार छात्रों को बैंक पीओ बनाने का दावा करता है। कोचिंग प्रबंधन से जब इस संवाददाता ने बात की तो उनका कहना था कि उनका संस्थान पीओ बनाने की गारंटी देता है।

मेरे नाम से राष्ट्रीय सहारा पटना के २३.१०. २०१४ के अंक में प्रकाशित मेरा रिपोेर्ट

चित्र
मेरे नाम से राष्ट्रीय सहारा पटना के २३.१०. २०१४  के अंक में प्रकाशित मेरा रिपोेर्ट

मनरेगा बचाने के लिए 15 दिनों से इस गांव के लोग दे रहे धरना

चित्र
मनरेगा बचाने के लिए 15 दिनों से इस गांव के लोग दे रहे धरना   पटना। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना को बचाने के लिए मुजफ्फरपुर जिले के एक गांव सैकड़ों लोग पिछले 15 दिनों से धरने पर हैं। लोग केंद्र सरकार की उस योजना का विरोध कर रहे हैं जिसमें उन्होंने सुना है कि सरकार मनरेगा को सीमित करने वाली है। लोग सरकार इसे जारी रखने की मांग कर रहे हैं। पिछले दिनों देश के दस शीर्ष अर्थशास्त्रियों ने प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी को देश के 200 पिछड़े जिलों में मनरेगा को सीमित कर इसके बदले दूसरी योजना शुरू करने की सलाह दी थी जिसका खर्च राज्य सरकार को उठना था। सामाजिक कार्यकर्ता संजय साहनी ने बताया कि यह सच है कि मनरेगा में काफी भ्रष्टाचार है लेकिन इसने ग्रामीण इलाकों में लोगों को रोजगार दिए हैं इसे भी नकारा नहीं जा सकता है। धरने पर बैठी मरनेगा के तहत मजदूरी करने वाली 60 वर्षीय परमशीला देवी ने बताया कि उसके पति के गुजरने के बाद मनरेगा से उसे काफी सहारा मिला। पिछले तीन सालों में उसने करीब 20 हजार रुपए कमाए।

पटना के प्रोफेसर को मिला मंगल पर नाम भेजने का बोर्डिंग पास

चित्र
पटना के प्रोफेसर को मिला मंगल पर नाम भेजने का बोर्डिंग पास पटना। राजधानी के एक प्रोफेसर को मंगल ग्रह अपना नाम भेजने का बोर्डिंग पास मिल गया है। मगध विवि के एएन कॉलेज में बच्चों को पर्यावरण पढ़ाने वाले अशोक घोष दुनिया के ऐसे 10 लाख लोगों में शामिल हो गए हैं जिन्हें नासा ने मंगल पर नाम भेजने का बोर्डिंग पास जारी किया है। नासा ने दुनिया के दस लाख लोगों को चार दिसंबर को मंगल ग्रह पर जाने वाले ओरियन यान पर अपना नाम लिखकर भेजने का मौका दिया है। डॉ. घोष अपना नाम आने से काफी उत्साहित हैं और यह मौका किसी भी कीमत पर नहीं खोना चाहते हैं। इस यान पर अपना नाम लिखकर भेजने के लिए रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसकी अंतिम तारीख नासा ने 31 अक्टूबर तय की है।

भोजपुर गैंगरेप: CBI जांच की मांग पर ट्रेन व सड़क यातायात बाधित

चित्र
भोजपुर गैंगरेप: CBI जांच की मांग पर ट्रेन व सड़क यातायात बाधित  पटना. बहुचर्चित गैंगरेप कांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर मंगलवार को भोजपुर बंद असरदार रहा। पटना- मुगलसराय रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन घंटों बाधित रहा। जगह-जगह सड़क जाम करने से नेशनल हाइवे और स्टेट हाइवे समेत कई मार्गों पर आवागमन ठप रहा। बंद का आह्वान अखिल भारतीय राष्ट्रवादी किसान संगठन ने किया था। संगठन भोजपुर गैंग रेप कांड की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है।   आरा में बाजार बंद  संगठन का कहना है कि बिहार सरकार आरोपियों पर राजनीतिक साजिश के तहत कार्रवाई कर रही है। बंद समर्थकों ने आरा स्टेशन पर जमकर बवाल मचाया। प्लेटफॉर्म पर ट्रेनों का परिचालन ठप कर दिया। ट्रेन के आगे खड़े व इंजन पर चढ़कर उसे आगे बढ़ने से रोक दिया। आरा में बाजार बंद रहे। गोपाली चौक पर दुकानें बंद कराने के सवाल पर किसानों व बंद समर्थकों के बीच झड़प हुई। दुकानदार धनतेरस को लेकर अगले दिन बंदी में शामिल होने की अपील कर रहे थे। जबकि, उग्र कार्यकर्ता बंद कराने पर अड़े थे। बाद में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंदुभूषण सिंह व दुकानदारों के बीच व

75 फीसदी उपस्थिति भी नहीं होगी काफी

चित्र
75 फीसदी उपस्थिति भी नहीं होगी काफी कक्षा से गैरहाजिर रहने पर देना ही होगा फाइन विद्या सागर  पटना। पटना विवि के छात्र सावधान हो जाएं। वर्ग में आपकी उपस्थिति 75 प्रतिशत रहने के बाद भी गैरहाजिर होने पर फाइन देना होगा। कुलपति द्वारा हाल ही में जारी पत्र में कक्षा में अनुपस्थित रहने पर फाइन का प्रावधान किया गया है। अभी तक छात्रों में यह समझ बनी थी कि 75 प्रतिशत उपस्थिति ही अनिवार्य है और इसे पूरा करने पर फाइन नहीं लगेगा। पीयू के डीन स्टूडेन्ट्स वेलफेयर केएन पासवान का कहना है कि अगर कोई छात्र एक दिन भी अनुपस्थित रहा और उसने आवेदन पहले से विभाग में नहीं दिया तो उसे फाइन भरना ही होगा। पिछले वर्ष तक 75 प्रतिशत उपस्थिति ही अनिवार्य थी। इसमें भी उपस्थिति 60 प्रतिशत तक रहने पर कुलपति अपनी ओर से 15 प्रतिशत अटेंडेंटस देकर फार्म भरने की अनुमति दे देते थे। इस बार कुलपति ने किसी भी स्थिति में 60 प्रतिशत के बाद मेडिकल नहीं देने का आदेश निगर्त किया है। ऐसे में परीक्षा फार्म भरने के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य हो गयी है। इसके बिना छात्र फार्म भरने से वंचित हो सकते हैं।

मधेपुरा के पंडित जी की लव स्टोरी

चित्र
जानिए मधेपुरा के पंडित जी की लव स्टोरी , एक नहीं तीन शादियों की कहानी  पटना। मधेपुरा में आज कल एक पुजारी की पंडितई की चर्चा नहीं उनकी लव स्टोरी की चर्चा हो रही है। पंडित जी इतने बड़े नटवरलाल हैं कि अबतक नाम बदल-बदल कर तीन शादियां कर चुके हैं। यह पोल तब खुला जब तीसरी पत्नी उनको खोजते हुए मधेपुरा के दुर्गा मंदिर में पहुंच गई और कहने लगी कि यह मेरे पति हैं। इस घटना के बाद पंडित घोलट झा फरार हैं। तीसरी पत्नी रीना ने बताया कि घोलट झा ने उसे पूर्णिया में चाय पीते-पीते शादी के लिए प्रपोज किया था। कहानी ऐसा है कि आज से चार साल पहले घोलट झा पूर्णिया में भट्ठा बाजार में एक चाय दुकान पर चाय पीने जा करता थे। रीना उसी के बगल के मकान में रहती थी। घोलट झा ने वहां अपना नाम बदला और कहा कि मेरा नाम एन के झा। धीरे-धीरे दोनों के बीच में संबंध बढ़ता चला गया और वह रीना के घर जाने लगा। पंडित ने रीना को कहा कि उसकी पहली पत्नी मर चुकी है। वह अकेला है और इतनी बड़ी जिंदगी काटना मुश्किल है, इसीलिए हम तुमसे शादी करना चाहते हैं। रीना उसकी बातों में फंस गई और शादी रचा ली। रीना को पंडित जी मधेपुरा ले आ

नहीं शुरू हो सकी रेमेडियल कोचिंग

चित्र
नहीं शुरू हो सकी रेमेडियल कोचिंग पीयू में पड़ा है यूजीसी से मिला 30 लाख अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों को कराना था नेट व प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी   विद्या सागर पटना। यूजीसी से पटना विवि को राशि मिलने के बावजूद कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए नेट व प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए कोचिंग की व्यवस्था नहीं की गई है। यूजीसी ने विविद्यालयों में कोचिंग के संचालन की योजना बनाई थी। यूजीसी विविद्यालयों में कमजोर वर्ग के छात्र- छात्राओं को नेट व प्रतियोगिता परीक्षाओं क ी तैयारी कराने के लिए राशि देता है। अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों को नेट, बैंकिंग एवं बीपीएससी/यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कराई जाती है। इसके लिए यूजीसी ने पटना विवि को दो वर्ष पूर्व 12वीं पंचवर्षीय योजना में करीब 30 लाख रुपये दिया, लेकिन दो साल में यह राशि खर्च नहीं की जा सकी है। ऐसे में अनुसूचित जाति के छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए बाहर में कोचिंग करना पड़ता है, जो काफी खर्चीला है। पटना विविद्यालय को यूजीसी से राशि आवंटित हुए दो वर्ष बीत गये, लेकिन विविद्यालय प्

गलत पार्किंग दिखे तो फोटो ट्रैफिक पुलिस के फेसबुक एकाउंट पर डालें

गलत पार्किंग दिखे तो फोटो ट्रैफिक पुलिस के फेसबुक एकाउंट पर डालें पटना. पटना ट्रैफिक पुलिस का फेसबुक एकाउंट फिर से एक्टिव होगा। वो भी नई सुविधा के साथ। फेसबुक पेज पर शहर में जाम की समस्या को दूर करने की नई कवायद शुरू होगी। एकाउंट पर आम आदमी भी अवैध रूप से पार्किंग करने वाले वाहनों की फोटो पोस्ट करेगा, जिस पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई करेगी।   ट्रैफिक एसपी प्राणतोष  कुमार दास ने बताया कि पूरे शहर में जाम की समस्या है। इसमें ट्रैफिक पुलिस के साथ आम आदमी को भी सहयोग करने की जरूरत है। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस आम लोगों का  सहयोग फेसबुक एकाउंट के माध्यम से लेगी। फेसबुक पेज पर कोई भी व्यक्ति शहर में कहीं भी नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों को फेसबुक पर पाेस्ट करेगा।   फोटो को  ट्रैफिक पुलिस साक्ष्य के रूप में लेकर संबंधित पोस्ट को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाएगा। फोटो में वाहन के नंबर के साथ जगह का भी उल्लेख करना होगा। एकाउंट की मानिटरिंग ट्रैफिक एसपी स्वयं करेंगे। फेसबुक पर पटना ट्रैफिक पुलिस के नाम से एकाउंट बनाया गया है।  लाइसेंस रद्द करने की होगी सिफारिश   फेसबुक पर पोस्ट फ

‘दिल्ली फूलों में बसी, ओस कणों से भींगी’

‘दिल्ली फूलों में बसी, ओस कणों से भींगी’ राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 108 वीं जयंती पर पटना कॉलेज  में समारोह संपन्न विद्या सागर पटना। ‘‘दिल्ली फूलों में बसी, ओस कणों से भींगी, दिल्ली सुहाग है, सुषमा है, रंगीनी है। प्रेमिका कंठ में पडी मालती की माला, दिल्ली सपनों की सेज मधुर रस-भीनी है’’। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की भारत की यह रेशम नगर कविता की पंक्तियों से पटना कॉलेज का सेमिनार हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजउठा। दिनकर जी की 108 वीं जयंती पर पटना कॉलेज के हिन्दी साहित्य परिषद द्वारा कॉलेज के सेमिनार हॉल  में आयोजित समारोह में उक्त पंक्तियों का पाठ मुख्य अतिथि हिन्दी के वरिष्ठ कवि डॉ  केदारनाथ सिंह ने किया। डॉ सिंह ने दिनकर जी की कविताओं के कुछ विरल गुणों की ओर ध्यार्ण आकृष्ट कराया। उन्होंने राष्ट्रकवि के जीवन से जुड़े कुछ संस्मरण भी सुनाएं। दिनकर जी द्वारा रचित कविता ’‘भारत की यह रेशम नगर’’ और ‘चांद का कुत्ता ’ की पंक्तियों का पाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिन्दी के आलोचक डॉ  नंदकिशोर नवल ने की। पटना विश्वविद्यालय के हिन्दी के वरिष्ठ शिक्षक प्रो. बलराम तिवारी ने राष्

रामधारी सिंह 'दिनकर'

रामधारी सिंह 'दिनकर' ( २३ सितंबर १९०८- २४ अप्रैल १९७४ ) हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे। वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। बिहार प्रान्त के बेगुसराय जिले का सिमरिया घाट उनकी जन्मस्थली है। उन्होंने इतिहास, दर्शनशास्त्र और राजनीति विज्ञान की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय से की। उन्होंने संस्कृत, बांग्ला, अंग्रेजी और उर्दू का गहन अध्ययन किया था। 'दिनकर' स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद राष्ट्रकवि के नाम से जाने गये। वे छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे। एक ओर उनकी कविताओ में ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रान्ति की पुकार है तो दूसरी ओर कोमल श्रृंगारिक भावनाओं की अभिव्यक्ति है। इन्हीं दो प्रवृत्तियों का चरम उत्कर्ष हमें उनकी कुरुक्षेत्र और उर्वशी नामक कृतियों में मिलता है। उर्वशी को भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार जबकि कुरुक्षेत्र को विश्व के १०० सर्वश्रेष्ठ काव्यों में ७४वाँ स्थान दिया गया। जीवन परिचय दिनकर का जन्म २३ सितंबर १९०८ को सिमरिया, मुंगेर, बिहार में हुआ

अभिव्यक्ति : पटना में भी चिकित्सकों व जांच केन्द्रों के खिलाफ अभियान चलायें सांसद पप्पु

अभिव्यक्ति : पटना में भी चिकित्सकों व जांच केन्द्रों के खिलाफ अभियान चलायें सांसद पप्पु

पटना में भी चिकित्सकों व जांच केन्द्रों के खिलाफ अभियान चलायें सांसद पप्पु

पटना में भी चिकित्सकों व जांच केन्द्रों के खिलाफ अभियान चलायें सांसद पप्पु विद्या सागर मधेपुरा के सांसद पप्पु यादव ने चिकित्सकों व जांच केन्द्रों की फिस को लेकर जो मुहिम छेड़ा है वह वास्तव में स्वागत योग्य है। मैं सांसद के इस कदम का स्वागत करता हंु। डाॅक्टरों व जांच केन्द्रों के चक्की में आम लोग पीस रहे हैं। वैसे लोग जिनके पास इलाज कराने को पैसा नहीं है। पटना में किसी भी डाॅक्टर की फिस 500 रूपये से कम नहीं है। कोई भी बिमारी हो डाॅक्टर एक जांच तो जरूर लिखते हैं। डाॅक्टर जिस केन्द्र पर जांच कराने के लिए कहते हैं मजबूरी में मरीजों को वहां जांच कराने जाना पड़ता है। फिर शुरू होता है जांच केन्द्रों के भयादोहन का खेल। कोई भी जांच 500 रूपयेे से कम का नहीं होगा। सांसद के इस प्रयास को चाहिए की सरकार अपने स्तर से करे। निजी जांच केन्द्र पटना ही नहीं बल्कि पुरे बिहार में बिना पंजीयन के चल रहे है। ऐसे जांच केन्द्रो पर छापेमारी कर सरकार इसे बंद करे और उनके संचालकों को जेल भेजे। ताकि मध्यम व गरीब वर्ग के लोग इनके भैया दोहन से बचे। पटना में तो ऐसी स्थिती है कि निजी चिकित्सा केन्द्रों में ईलाज कर

पटना काॅलेज में बदाल है बाॅस्केट बाॅल का कोट

चित्र
पटना काॅलेज में बदाल है बाॅस्केट बाॅल का कोट रख रखाव के अभाव में टुट रहा है बाॅस्केट पोल, कोट में जमा है बारिश का पानी विद्या सागर पटना (एसएनबी)। खेल का दर्जा यहां भगवान जैसा है, खेल मैदान यहां शमसान जैसा है। जी हां पटना काॅलेज के बाॅस्केट बाॅल ग्राउंड का यही हाल है। कमेटी खिला़िडयों से गुलजार रहने वाला यह खेल मैदान आज सुना प़डा है। वर्षो पहले इस मैदान में काॅलेज के छात्रों को बाॅस्केट बाॅल खेलने का प्रशिक्षण दिया था। पटना काॅलेज ही नहीं पटना विश्वविद्यालय के दूसरे काॅलेज के छात्र भी यहां बाॅस्केट बाॅल का प्रशिक्षण लेते थे। छात्र-छात्राएं यहां बाॅस्केट बाॅल का अभ्यास करने प्रतिदिन आते थे। काॅलेज के कर्मचारी जीतू ने बताया कि वर्ष 2003-2004 के आसपास तक बाॅस्केट बाॅल ग्राउंड में छात्र खेलने आते थे। काॅलेज के पीटी छात्रों को इसका प्रशिक्षण देते थे। धिरे-धिरे बाॅस्केट बाॅल के तरफ से पीटी और छात्रों का ध्यान हट गया। काॅलेज की स्पो्ट्र्स कमेटी कराती थी खेलों का आयोजन काॅलेज में वर्षो पहले स्पो्टर्स कमेटी होती थी। जिसका सचिव छात्र होते थे। काॅलेज के ही सेंट्रल काॅमन

188 साल की हिंदी पत्रकारिता का सच

188 साल की हिंदी पत्रकारिता का सच प्रमोद जोशी प्रस्तुति-अखौरी प्रमोद प्रमोद जोशी वरिष्ठ पत्रकार हिंदी से जुड़े मसले, पत्रकारिता से जुड़े सवाल और हिंदी पत्रकारिता की चुनौतियां किसी एक मोड़ पर जाकर मिलती हैं। कई प्रकार के अंतर्विरोधों ने हमें घेरा है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह कारोबार जिस लिहाज से बढ़ा है उस कदर पत्रकारिता की गुणवत्ता नहीं सुधरी। मीडिया संस्थान कारोबारी हितों को लेकर बेहद संवेदनशील हैं, पर पाठकों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभा नहीं पाते हैं। इस बिजनेस में परम्परागत मीडिया हाउसों के मुकाबले चिटफंड कंपनियां, बिल्डर, शिक्षा के तिज़ारती और योग-आश्रमों तथा मठों से जुड़े लोग शामिल होने को उतावले हैं, जिनका उद्देश्य जल्दी पैसा कमाने के अलावा राजनीति और प्रशासन के बीच रसूख कायम करना है। हिंदी का मीडिया स्थानीय स्तर पर छुटभैया राजनीति के साथ तालमेल करता हुआ विकसित हुआ है। हाल के वर्षों में अखबारों पर राजनीतिक झुकाव, जातीय-साम्प्रदायिक संकीर्णता और मसाला-मस्ती बेचने का आरोप है। उन्होंने गम्भीर विमर्श को त्याग कर सनसनी फैलाना शुरू कर दिया है। उनके